रायपुर। राज्यपाल बलरामजी दास टंडन के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए राजभवन में रखा गया.  पार्थिव देह को राजभवन में श्रद्धांजलि देने के बाद अंतिम दर्शन के लिए 4 बजे से आम जनता के लिए रखा जाएगा. शाम 5 बजे तक राजभवन के दरबार हॉल में रखा जाएगा. उसके बाद उनके पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव के लिए रवाना किया जाएगा. जहां उनका पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

बलरामजी दास टंडन ने 25 जुलाई 2014 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया था. बलरामजी दास टंडन ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का पद ग्रहण करने के बाद से ही छत्तीसगढ़ के हित में अनेक कार्य किए. सौम्य और सरल स्वभाव के टंडन को छत्तीसगढ़ से अत्यंत लगाव था.

यह एक संयोग ही था कि उनका जन्मदिन भी राज्य गठन के दिन ही यानी कि 01 नवंबर को था. वे हमेशा कहते थे कि छत्तीसगढ़ जैसे सरल और सहज स्वभाव के लोग मैंने कहीं नहीं देखे हैं. बलरामजी दास टंडन  छत्तीसगढ़ की संस्कृति से अत्यंत प्रभावित थे. वे राज्य की तरक्की से बहुत प्रसन्न थे. उनका मानना था कि नवोदित राज्य होने के बाद भी छत्तीसगढ़ ने अभूतपूर्व प्रगति की है.