हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर मेंभूमाफियाओं की ईओडब्ल्यू से शिकायत के बाद भी मामला ठंडे बस्ते में डल गया है। दरअसल DHL इंफ्राफुल इंटरनेशनल के इंदौर सहित भोपाल सीहोर धार कई जगहों पर बड़े प्रोजेक्ट दिखाकर आम जनता को लालच दिया गया था। लोग इस कंपनी के लालच में इस तरह फंस गए कि उन्हें अब तक उनका भूखंड उन्हें नहीं मिला है। इसके साथ ही जिस भूखंड को उन्होंने बुक करने के बाद 70% तक राशि संतोष कुमार और संजीव जायसवाल की कंपनी में डाली थी, वह कंपनी द्वारा हड़प ली गई। जिसमें लगभग 300 करोड़ से ज्यादा का अब तक गबन किया जा चुका है। लेकिन राजनीनिक रसूख के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। 

फर्जी नर्सिंग कॉलेज मामला: छात्रों को हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत, परीक्षा में शामिल होने की मिली अनुमति 

इस पूरे मामले में इंदौर भोपाल सहित अन्य जगहों पर शिकायतकर्ताओं ने अब तक अपनी शिकायत है दर्ज कराई है। लेकिन नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर पुलिस की जांच को अब तक दोनों रंगा बिल्ला प्रभावित करते हुए आए हैं। इसी के चलते उन पर अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस पूरे मामले में लगातार फरियादी अब भी दर-बदर की ठोकर खाते हुए नजर आ रहे हैं और DHL इंफ्राफुलके डायरेक्टर संतोष सिंह और संजीव जायसवाल मस्ती में मस्त है इस पूरे मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू में भी फरियादियां द्वारा की गई थी।  लेकिन अब तक ईओडब्ल्यू में भी इसकी जांच ठंडे बस्ती में डाली हुई है। क्योंकि लगातार दोनों ही कंपनी के डायरेक्टर राजनीतिक रसूख और पैसों के बल पर कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचने ही नहीं देते हैं। ऐसे में फरियादी अब भी सरकार से उम्मीद लगाए हुए बैठे हैं।

सरकारी ज़मीन की जांच करे सरकार

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भू- माफिया संतोष सिंह हेराफेरी का मास्टर माइंड है। सीहोर की एक कॉलोनी का हिस्सा सरकारी ज़मीन पर है। सरकार को इसकी जांच करवाना चाहिए। संजीव उर्फ़ बंटी रेरा के प्रकरणों को दबाने में माहिर है। मूलतः नागपुर का बंटी तहसील,रेरा,रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारी और अधिकारियों से सेटिंग करता है। संतोष ख़ुद को बीजेपी नेता और आईपीएस, आईएएस अफ़सरों का करीबी बता कर ठगी करता है। बंधक प्लॉट बेचने का मामला अभी जांच में ही है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H