रायपुर। क्या बिलासपुर भी आने वाल दिनों में सुपेबेड़ा बन जाएगा ? सदन में इस सवाल के साथ बिलासपुर विधायक ने प्रदूषित अरपा का मुद्दा उठाया. उन्होंने ध्यानकर्षण के दौरान सरकार से पूछा कि बिलासपुर की अरपा को प्रदूषण से बचाने क्या प्रयास किए जा रहे हैं? शैलेष पाण्डेय ने इस दौरान सदन में अरपा से भरकर लाए गंदा पानी का बॉटल भी दिखाया.  उन्होंने पानी का बॉटल दिखाते हुए कहा, “पानी की गंदगी देख सकते हैं?  लैब की रिपोर्ट भी बताती है कि पानी प्रदूषित है. यदि इसका जल्द समाधान नहीं ढूंढा गया, तो बिलासपुर को भी सुपेबेड़ा बनने में वक़्त नहीं लगेगा.”

सत्ता पक्ष के विधायक के सवाल से सरकार चिंतित नजर आई . जवाब दिया नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने. डहरिया ने कहा- सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम हो रहा है. 11 नालों में पानी को प्लांट लगने से समस्या खत्म हो जाएगी.

आपको बता दे कि सुपेबेड़ा में प्रदूषित पानी के चलते वहां के लोगों की किडनी खराब हो रही है. अब तक सुपेबेड़ा में किडनी बीमारी से ग्रसित 70 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

डहरिया ने चंद्राकर को करा दिया चुप

लेकिन सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री के जवाब के बीच घुस गए विपक्ष के विधायक. जब शैलेष पाण्डेय इस पर सवाल कर रहे थे तो उन्हें टोकने के लिए अजय चंद्राकर खड़े हो गए. अजय चंद्राकर ने कहा कि ये ध्यानकर्षण पर बोल रहे हैं या…? बस अजय चंद्राकर के इसी शब्द के आगे तपाक से मंत्री शिव डहरिया खड़े हो गए. डहरिया ने कहा कि आप क्यों खड़े हो गए?  वो बोल रहे हैं, पहली बार के विधायक है उन्हें क्यों टोक रहे हैं  जवाब मेरे को देना है  मै दूंगा. तुम बैठ जाओ.  इसके बाद अजय चंद्राकर चुप हो गए. फिर कहा कि ध्यानकर्षण है वो भाषण दे रहे हैं  इस पर फिर डहरिया खड़े हुए उन्होंने कहा कि तुम भाषण दो तो ठीक है. इस पर अजय चंद्रकार चुपचाप बैठ गए.