रायपुर। राजधानी रायपुर, दुर्ग, और बिलासपुर नगरीय क्षेत्र में शुद्ध पेयजल मुहैय्या नहीं होने का मसला आज सदन में पूरे जोर-शोर से उठा. जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने सीधे तौर पर कहा कि शुद्ध पेयजल की राशि का दुरुपयोग हो रहा है. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सरकार को निर्देश के बावजूद लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा है.

धर्मजीत सिंह ने कहा कि बड़ी राशि अलाट होने के बावजूद एक रुपये भी खर्च नहीं किया गया. पहले भी कागजों में राशि खर्च कर बंदरबांट करने का मामला सामने आता रहा है.
अधोसंरचना मद में बिलासपुर में 3 हजार 18 काम कराए गए है लेकिन पेयजल के नाम पर दूसरे काम करा दिए गए हैं. क्या इसकी जांच कराई जाएगी. बिलासपुर, रायपुर में पीलिया से हजारों लोग मरते है. आखिर शुद्ध पेयजल का पैसा जा कहा रहा है? स्वीकृत राशि का दस प्रतिशत राशि ही नगर निगमों को दी गई और इस राशि से सीसी रोड जैसे काम कराए गए.

जेसीसीजे विधायक के इन सवालों के जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि यह मद सिर्फ पेयजल के लिए ही नहीं है, लेकिन हम गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहे हैं. धर्मजीत सिंह ने कहा- इस मद का पैसा टैंकर माफियाओं के हाथों जा रहा है. नेता इस राशि से सीसी रोड बनवा रहे हैं.

जनहित से जुड़े गंभीर मसला सामने आने पर आसंदी की ओर से स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत ने हस्तक्षेप करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री को निर्देशित किया. स्पीकर ने कहा कि स्वीकृत मद की राशि का दुरुपयोग करने की शिकायतों की जांच करा लें. जांच पिछले पांच साल की होनी चाहिए.