लोकेश सिन्हा, गरियाबंद.गरियाबंद का जिला अस्पताल जर्जर हो चुका है. यहां मरीजों के जान का खतरा हमेशा बना रहता है. इसके बावजूद जिला अस्पताल प्रबंधन ध्यान नहीं दे रही है. गुरुवार की बीती रात तेज बारिश होने से छत से पानी सीपेज हो रहा था. ऐसे हालत में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मरीज को रात भर रतजगा करना पड़ा. जिला अस्पताल के महिला एवं पुरुष वार्ड, ओपीडी वार्ड के अलावा दूसरे वार्डों में पानी भर गया. मरीज बेड पर बैठे- बैठे रात गुजारी.
बता दें कि जिला अस्पताल का एक साल पहले लाखों रुपए खर्च कर मरम्मत किया गया है, इसके बावजूद छत एवं दीवारों से पानी सीपेज हो रहा है. पानी वार्डों में जमा हो गया था, जिसे अस्पताल के स्टॉप जैसे-तैसे कर पानी को बाहर निकाले. वहीं मरीज और साथ मे मौजूद परिजन कह रहे थे कि उन्हें रातभर बेड में ही बैठकर रतजगा करना पड़ा। वार्ड में पानी भर जाने से उन्हें चलने में भी डर लग रहा  था. परिजनों ने बताया कि अस्पताल में टाइल्स लगा हुआ है और उसमें पानी जमा है, जिससे पैर फिसलने का डर था.
इस संबंध में बीएमओ, सीएमओ एवं जिला अस्पताल प्रबंधक से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.