सुरेश पतरागिरी, बीजापुर। छत्तीसगढ़ सरकार के नक्सल नीति को बड़ी सफलता मिली है. गंगालूर एरिया कमेटी के डिवीजनल कमेटी मेंबर (DVCM) दिनेश मोडियाम सहित 17 नक्सलियों ने समर्पण किया. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल 24 लाख का ईनाम है. यह भी पढ़ें : होली से पहले खूनी वारदात से दहला गांव: सनकी पति ने कुल्हाड़ी से वारकर की पत्नी की हत्या, फिर खुद फांसी लगाकर की आत्महत्या की कोशिश

DVCM दिनेश मोडियम का गंगालूर क्षेत्र में आतंक था. कई हत्याओं सहित अन्य घटनाओं में शामिल रहे दिनेश के साथ उसकी पत्नी ज्योति ताती ने भी समर्पण किया है. दिनेश मोडियाम पर अलग-अलग थानों में 26 अपराध एवं 82 स्थायी वारंट लंबित है.

समर्पित नक्सली कमांडर दिनेश ने इस अवसर पर अपने अन्य साथियों से भी समर्पण करने की अपील की. उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह एवं डिप्टी सिएम विजय शर्मा की नक्सल नीति को बताया बेहतरीन जल्द माओवाद बीजापुर से समाप्त नजर आएगा.

DVCM दिनेश ने बड़े कैडर के नक्सलियों पर लगाया भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि तेलंगाना के नक्सली स्थानीय आदिवासियों को बहला कर गुलाम रखना चाहते हैं, और बड़ी लेवी वसूली कर स्वयं ले जाते हैं. यही स्थानीय आदिवासियों को मुखबिर बता कर आदिवासी के हाथों ही मरवा देते हैं.

उन्होंने प्रदेश सरकार की समर्पण नीति को बेहतरीन बताते हुए नई जिंदगी जीने के लिए अच्छा बताया, साथ ही अन्य साथियों से समर्पण नीति का लाभ लेने की अपील करते हुए कहा कि हिंसा का रास्ता छोड़ अब लोकतंत्र से जुड़ने का समय आ गया है.