नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के इस वायरस से प्रभावित होने की आशंका बढ़ रही है. ओमिक्रोन के पहले मामले के एक महीने के भीतर, यह संस्करण दुनिया के 100 से अधिक देशों में फैल गया है. भारत में भी ओमिक्रोन ने 15 से अधिक राज्यों में 300 से अधिक मामले दर्ज किए हैं. ओमिक्रोन ने कुछ देशों में बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दरों में भी वृद्धि की है.

ओमिक्रॉन बच्चों को कर रहा है प्रभावित ?

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अमेरिकी महामारी विशेषज्ञ डॉ. केटलीन जेटेलिना का कहना है कि ओमिक्रॉन की वजह से साउथ अफ्रीका में बच्चों के हॉस्पिटलाइजेशन की दर डेल्टा की तुलना में 20% अधिक है.

साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन की वजह से बच्चों के हॉस्पिटलाइजेशन की दर डेल्टा या किसी भी अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा है

5 साल से कम उम्र के बच्चों को कर रहा प्रभावित ?

दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (NICD) की रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन आने के बाद सभी उम्र के बच्चों में संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हुई, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 5 साल से कम उम्र के बच्चों पर पड़ा।

अमेरिका के टेक्सास से भी ओमिक्रॉन से बच्चों के संक्रमित होने की रिपोर्ट्स हैं. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, टेक्सास चिल्ड्रन हॉस्पिटल के को-चेयरमैन डॉ. जिम वर्सालोविक का कहना है कि पिछले एक हफ्ते के दौरान उनके अस्पताल में 18 साल से कम उम्र के लोगों के भर्ती होने की रफ्तार दोगुनी हो गई है.

डॉक्टरों ने पाया कि ओमिक्रॉन फैलने के बाद अमेरिका में 5 साल से कम उम्र के बच्चों के हॉस्पिटलाइजेशन रेट में बढ़ोतरी हुई है. डॉक्टरों ने पाया कि हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले बच्चों में एक कॉमन बात ये है कि ज्यादातर बच्चों के पेरेंट्स अनवैक्सीनेटेड थे.