दुर्ग। कोलियापुरी शासकीय प्राथमिक शाला से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण 26 बच्चे बीमार हो गए हैं. आनन-फानन में सभी बच्चों को दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर 26 बच्चों में से 18 की हालत सामान्य है. इस मामले की गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को जानकारी मिली, जिसके बाद गृहमंत्री ने हेड मास्टर को निलंबित करने और 5 शिक्षकों की इंक्रीमेंट रोकने के लिए निर्देश दिए हैं.

CG CORONA UPDATE: प्रदेश में 30 कोरोना मरीजों की पहचान, रायपुर-दुर्ग का फिर घूमा कोरोना मीटर, 54-54 एक्टिव केस, देखिए जिलेवार आंकड़े

मिली जानकारी के मुताबिक गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग के जिला अस्पताल बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और स्टाफ पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. जानकारी के मुताबिक अभी 8 बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

बताया जा रहा है कि कोल्हापुरी के शासकीय प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले पहली से लेकर पांचवी कक्षा तक के बच्चों को मध्याह्न भोजन के अंतर्गत बच्चों को खाने के लिए गुड़ और फल्ली से बनी चिक्की दी गई थी, जिसको खाने के बाद बच्चों के पेट में दर्द होने लगा. बच्चों की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने तत्काल उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर 26 बच्चों में 18 बच्चों की हालत सामान्य है और 8 बच्चों का इलाज अभी भी जारी है.

लापरवाह शिक्षक होंगे सस्पेंड

जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल घटना की जानकारी लगते ही जिला अस्पताल में पहुंचे और बच्चों का हालचाल जाना. वहीं उन्होंने शिक्षकों से घटना की जानकारी ली. इस दौरान प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि बच्चों को हफ्ते में दो बार चिक्की देने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन शिक्षकों की लापरवाही की वजह से वह एक ही दिन में सारे बच्चों को चिक्की दे दी गई. जिसे खाने के बाद बच्चों में पेट दर्द की शिकायत होने लगी. शिक्षा अधिकारी ने इसे शिक्षकों की लापरवाही मानते हुए प्रधानाध्यापक को सस्पेंड करने की बात कही है.

इसे भी पढे़ं : सुरक्षाकर्मी की काटी जा रही छुट्टियां, विरोध में परिवार के साथ बैठा धरने पर, जानिए क्या है मामला