सुरेंद्र जैन, धरसीवां. शिक्षक दिवस के अवसर पर एक शिक्षक सहित तीन ग्रामीणों के खारुन एनीकट में बहने से गांव में मातम छा गया है. बहने वालों में शिक्षक लखन लाल बंजारे (58), हरजीत भारती (15) और शेखर बंजारे (28) शामिल हैं. ये तीनों एक ही परिवार के हैं. घंटों बाद भी तीनों के शव नहीं मिले है. रेस्क्यू टीम लगातार खोजबीन कर रही है. ग्रामीणों के मुताबिक सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते आए दिन इस एनीकट पर घटनाएं होती रहती है.

यह घटना सोमवार सुबह लगभग साढ़े 9 बजे की है. जानकारी के मुताबिक 58 वर्षीय शिक्षक लखन लाल बंजारे, उनका नाती 15 वर्षीय हरजीत भारती और बड़े भाई का लड़का 28 वर्षीय शेखर बंजारे तीनों मुर्रा एनीकट के ऊपर से जा रहे थे, तभी एनीकट के ऊपर से जा रहे पानी के तेज बहाव में तीनों बह गए. घटना के बाद से ही ग्रामीण उन्हें खोजने में लगे रहे, लेकिन घंटों बाद भी पानी में तीनों नहीं मिले. दोपहर बाद पुनः गोताखोर खोजबीन भी जुटे हैं.


घटना के लिए सिंचाई विभाग जिम्मेदार
जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव ने कहा कि इन मौतों का जिम्मेदार सिंचाई विभाग है. ग्राम मुर्रा एनीकट सिंचाई विभाग की लापहरवाही के कारण लगातार घटनाओं के लिए प्रसिद्ध हो रहा है. पूर्व में भी इसी एनीकट पर कई ग्रामीण जान गंवा चुके हैं. अधिकारी-कर्मचारियों पर जिला पंचायत सदस्य ने कार्रवाई करने और और शासन-शासन से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है.

एनीकट के गेटों की नहीं होती मरम्मत
दरअसल इस एनीकट में 14 गेट हैं. सूत्रों के अनुसार वर्षों से उनका रखरखाव नहीं हुआ है. इसके चलते गेट खुलते नहीं हैं और एनीकट के ऊपर से पानी बहता रहता है, जबकि इसी एनीकट के ऊपर से ग्रामीण आवागमन भी करते हैं. सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते आए दिन घटनाएं होती रहती है. आज फिर तीन लोग एनीकट के उपर पानी चलने से तीन लोग बह गए.