रायपुर. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा पर बोलते हुए उच्च शिक्षामंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 18 सालों में 7 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इसमें भी 3 अविश्वास प्रस्ताव इस कार्यकाल में कांग्रेस लेकर आई है. पिछले अविश्वास प्रस्ताव में 164 बिंदु थे और इस बार 15 बिंदु रखे गए हैं. इस पर पांडे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली बार नेता प्रतिपक्ष के घर पर बिंदुओं को तैयार किया गया. इस बार एयर कण्डीशनर होटल में बैठकर बनाया गया है. इसका असर देखिये अविश्वास प्रस्ताव को शुरुआत सीडी कांड से की जा रही है.

महज प्रचार के लिए ये कर रही कांग्रेस- पांडेय

प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस का अविश्वास महज प्रचार करने के लिए है, सिर्फ इसलिए की कुछ दिनों तक सुर्खियों में बने रहे. ये अविश्वास प्रस्ताव सदन का वक़्त जाया करने के लिए है. ये अविश्वास प्रस्ताव क्या इसलिये है कि 55 लाख परिवारों को एक रुपये किलो चावल दिया जा रहा है. चावल देने की योजना छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले शुरू की. केंद्र सरकार बीपीएल परिवारों को ही देती थी. छत्तीसगढ़ सरकार लेबर कार्ड धारकों को भी देते हैं इसलिए हमारे यहां बीपीएल की सूची बढ़ जाती है.

पांडेय ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया है कि किसानों को जीरो फीसदी पर ऋण दिया जा रहा है. हम गांवों में गरीबों का मकान बना रहे है क्या इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया रहे हैं. गांव के गरीबों के घरों में बिजली पहुँचने के विरोध में ये अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है ? क्या गांव के घरों में गैस कनेक्शन पहुँचा दिया गया, इसके विरोध में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है? तेंदूपत्ता संग्राहकों को सरकार 2500 रुपये बोनस दे रही है उसके खिलाफ ये अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है? क्या इसलिए लाया गया है कि आईआईटी, आईआईएम, एम्स, ट्रिपलआईटी खोलकर यहां के युवाओं के सपनों को पूरा करने का अधिकार दिया है? क्या सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा में रहने वाले युवाओं के लिए कनेक्टिविटी देना,उनके क्रय क्षमता को बढ़ाना क्या गलत है?

इस पर विपक्ष की ओर से सत्यनारायण शर्मा ने कहा- अविश्वास प्रस्ताव लाना हमारा अधिकार है. इसके जवाब में प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा- अधिकारों का दुरूपयोग करना भी आपका अधिकार है?

रोजगार के मुद्दे पर पांडेय का पलटवार

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान रोजगार को लेकर कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत के सवाल उठाने पर प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा  नौकरी का मतलब सरकारी नौकरी ही हो इस मानसिकता से निकलना होगा. राहुल गांधी को ब्रिटेन की रानी ने नहीं बुलाया था, चाय वाले को बुलाया .  इडली, दोसा, पकौड़ा बेचकर जो  रोजगार कर रहे हैं उनका आप मजाक उड़ा रहे हैं. पांडे ने कहा इसके अलावा छत्तीसगढ़ में डॉक्टर, वैज्ञानिक सब निकल रहे हैं. नासा में भी यहां के युवा जा रहे हैं. दुनियाभर के कई देशों में छत्तीसगढ़ के बच्चे बेहतर काम कर रहे हैं. ये लोग डोमिनोज़ ,केएफसी, मैकडोनाल्ड का सामान खाते हैं इसलिए इन्हें वही समझ आता है.