शब्बीर अहमद, भोपाल। नगर निगम प्रशासन द्वारा पिछले पांच साल में कुत्तों की नसबंदी के लिए 6.76 करोड़ खर्च की गई है। इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बाद भी न तो कुत्तों का आंतक कम हुआ और न ही संख्या कम हुई। जानकारी के मुताबिक शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगभग डेढ़ लाख है। वहीं मासूम बच्ची गुड्डी के कुत्तों के आतंक का शिकार होने के बाद इस मामले में जहां कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है वहीं पूर्व पार्षद प्रदीप सक्सेना ने घटना के लिए जिम्मेदार निगम कमिश्नर और कुत्तों की नसबंदी करने वाली संस्था के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने थाने में आवेदन भी दिया है।

बता दें कि नए साल के पहले ही दिन शनिवार को शहर के बागसेवनिया क्षेत्र में कुत्तों ने झुंड ने 4 साल की मासूम बच्ची गुड्डी पर हमला बोल दिया था जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गई। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही पीडि़त मासूम गुड्डी की मां और कालोनीवासी का आरोप है कि अस्पताल में उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और अस्पताल प्रबंधन द्वारा जबरदस्ती डिस्चार्ज किया जा रहा है। मां ने बताया कि कल रात डिस्चार्ज के बाद मासूम की तबीयत बिगड़ गई थी। अस्पताल से उसे दोबार डिस्चार्ज कर दिया गया। आज फिर डिस्चार्ज कर दिया गया। कालोनीवासियों ने बच्ची के पूरी तरह स्वस्थ होने तक भर्ती रखने की मांग की है।

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गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग
वहीं वार्ड के पूर्व पार्षद प्रदीप मोनू सक्सेना ने भोपाल नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत की है। शिकायत में कमिश्नर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। इसी तरह कुत्तों की नसबंदी करने वाली नवोदय वेट संस्था के खिलाफ भी जुर्म दर्ज करने की मांग की है।

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कुत्तों के नाम पर सरकार की लूट
इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कुत्तों के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए लूट रही है। हर साल कुत्तों की नसबंदी का पैसा जेब में डाल लिया जाता है। नसबंदी के नाम पर करोड़ों रुपए कुछ एनजीओ की सांठगांठ से डकार लिए जाते हैं न कुत्तों की नसबंदी होती है ना आतंक कम होता है। हर साल कुत्तों के आतंक का ब’चे शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कुत्तों की नसबंदी के नाम पर भ्रष्टाचार का मुद्दा विधानसभा में उठ चुका है इसके बाद भी सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, परिणाम सबके सामने है।

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