राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। कोरोना से उबर चुके मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सकों के लिए ब्लैक फंगस के बाद बच्चों में ‘मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेट्री सिंड्रोम’ (एमआईएस-सी) नई चिंता का सबब बनकर उभरा है. राजधानी भोपाल में 6 बच्चे दुर्लभ एमआईएस सिंड्रोम से पीड़ित पाए गए हैं. यह वायरस कोरोना से उबर चुके बच्चों को परेशान कर रहा है.

इस सिंड्रोम में कई अंग प्रभावित होते हैं, और सामान्य तौर पर कोविड-19 से संक्रमित होने के कई हफ्तों बाद इसे देखा गया है. महामारी से उबरे बच्चों के इससे संक्रमित होने का खतरा पैदा हो सकता है.

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जानकारी के मुताबिक यह संक्रमण बच्चों को बुरी तरह से प्रभावित करता है. यह बच्चों के हृदय, जिगर और गुर्दे को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है. यह संक्रमण कोविड-19 होने के चार से छह सप्ताह के बाद होता है. यह बच्चों के हृदय, जिगर और गुर्दे जैसे अंगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने के बाद प्रभावित करते हैं न कि कोविड-19 के दौरान. इस बीमारी को पीडियाट्रिक मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम या मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम इन चिल्ड्रेन भी कहते हैं.

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