गरियाबंद। जिले में एक शिक्षिका ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया और झारखंड से 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपियो में एक महिला भी शामिल है। इस मामले में चारों आरोपी पढ़े लिखे नहीं है, मास्टर माइंड 8वीं पास है. जिस साइबर सिस्टम के बारे में पढ़े लिखे लोग ज्यादा कुछ नही जानते उसी साइबर सेल का ये 8वी पास ठग मास्टर है.

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8 वीं पास ठग दिलकश अंसारी ने खुद को एक बैंक का कर्मचारी बताते हुए शिक्षिका ममता ठाकुर को एटीएम बनवाने के लिए फोन किया। फिर बैंक से जुड़ी आवश्यक जानकारी हासिल कर अपने मोबाइल में मोबीक्विक हाउसिंग डॉटकॉम वॉलेट आईडी के जरिए शिक्षिका के खाते से 72600 रुपए अलग अलग खातों में ट्रांसफर कर लिए। शिक्षिका की शिकायत पर राजिम पुलिस ने झारखंड निवासी दिलकश अंसारी और उसके 3 अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपियो को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है.

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पुलिस पूछताछ में पता चला कि मामले में जिन चार आरोपियों समरुद्दीन अंसारी, बदरुद्दीन अंसारी, दिलकश अंसारी और समीना अंसारी को गिरफ्तार किया है उनमें से कोई ज्यादा पढा लिखा नही है। ठगी का मास्टरमाइंड दिलकश अंसारी 8वी पास है तो महिला ठग समीना अंसारी अंगूठा छाप है। बाकी दोनों आरोपी भी दिलकश से कम ही पढ़े लिखे है। मगर ये सभी अपने काम में इतने शातिर है कि पढ़े लिखो को भी आसानी से झांसे में लेकर ये अपना शिकार बना सकते है.

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थाना प्रभारी संतोष भुआर्य ने ठगों के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि चारो ठग झारखंड के देवघर जिले के मोहनपुर थाना के मोरने गांव के निवासी है। थाना प्रभारी ने बताया कि 15 सौ की आबादी वाले मोरने गांव में ऐसे ठगों की भरमार है। गांव के ज्यादातर युवा साइबर क्राइम के मास्टर है.