कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर में गुर्जर महाकुंभ के दौरान हुए उपद्रव मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। उपद्रवियों को बाहरी राज्यों से उपद्रव करने के लिए फंडिंग की गई थी। पुलिस ने मास्टरमाइंड मकरंद और विशंभर को पकड़ा है, विशंभर पर रासुका की कार्रवाई की गई है। वहीं फरार चल रहे इनामी आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र हरियाणा में दबिश दे रही हैं।

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आपको बता दें कि ग्वालियर में हुए उपद्रव मामले में मास्टरमाइंड आरोपियों को दूसरे राज्यों से फंडिंग की गई थी। पुलिस को ऐसे संकेत मिले हैं इस फंडिंग से भड़काऊ बयान देने वाले आरोपियों ने लग्जरी चार पहिया वाहन व जमीन भी खरीदी हैं। बाहरी राज्यों की फंडिंग के कारण ही दूसरे समाज के मकरंद बौद्ध और रुपेश यादव को उनके अपराधी प्रवृत्ति के साथियों के साथ शामिल किया गया था। 

बताया जा रहा है कि मकरंद पूर्व में भी उपद्रव के मामले में आरोपी रहा है। पुलिस ने मकरंद और विशंभर को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है। दोनों पर मामले पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। एक महिला आरोपी हर्षिता सिंह को पुलिस ने बाउंड ओवर कर छोड़ दिया है। 

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गौरतलब है कि गुर्जर समाज के दूसरे राज्यों के प्रभावित लोगों ने मिहिर भोज विवाद को भड़काने के लिए ग्वालियर के अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को आर्थिक मदद मुहैया कराई थी। इस मदद से उपद्रव करने के अपराधी प्रवृत्ति के आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले भीड़ जुटाई और फिर उपद्रव कराया।  पुलिस की टीम इन आरोपियों को शिनाख्त कर चिन्हित कर रही है। 

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