रायपुर. बिलासपुर लाठीचार्ज और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल के बंगले पर हंगामा करने के मामले पर समानता पूर्ण कार्रवाई नहीं होने पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री गिराश देवांगन ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में दोनों घटना का जिक्र करते हुए पुलिस पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने के साथ संविधान की समानता के अधिकार का उल्लघंन करने का आरोप लगाया है. गिरीश देवांगन ने अनुरोध किया कि छत्तीसगढ़ में भेदभाव की यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से बंद करें. साथ ही 31 अक्टूबर 2017 थाना सिविल लाइन रायपुर में दी गई शिकायत के आधार पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर उसकी सूचना हमें प्रदान करें। कांग्रेस ने पत्र में ये लिखा है, आगे पढ़िए-
 भूपेश बघेल प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवास में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के सदस्यों के द्वारा आपराधिक आशय से जबरदस्ती प्रवेश कर लाठी डंडा लेकर जूता चप्पल फेंककर गाली गलौज करने वाले और नेम प्लेट पर कालीख पोतने वाले लोगों के विरुद् तत्काल अपराध पंजीबद्ध किए जाने बाबत् । 
महोदय
निवेदन है कि दिनांक 29-10-2017 को भूपेश बघेल  के निवास पर उपरोक्त हमला करने वालों की एक शिकायत दिनांक 31.10.2017 को की गई थी। उक्त शिकायत में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अमित मैसरी, अशोक पांडे, बजरंग खंडेलवाल के साथ लगभग सब 100 से अधिक सदस्य उपस्थित हो एक राय होकर सुनियोजित ढंग से बिना अनुमति के जबरदस्ती प्रवेश कर बाउंड्री वाल के अंदर घुसकर गंदी गंदी गालियां देते हुए कुछ लोग दीवाल फांद कर अंदर घुस गए और ‘‘कहां है भूपेश बघेल? जो हमारे नेता राजेश मूणत के खिलाफ बोलते हैं आज हम उसे नहीं छोड़ेंगे और उसे जान से मार डालेंगे’’ ऐसा कहकर नारेबाजी कर रहे थे। लाठी डंडा लेकर चिल्ला रहे थे और दीवार एवं दरवाजा पीट रहे थे। भूपेश बघेल जी के आवास पर नहीं होने के बाद भी घर में उपस्थित कर्मचारियों के सामने भी आरोपी गण जूता चप्पल एवं लाठी डंडे से दरवाजे एवं दीवाल को पीटते रहे थे। और सभी आरोपी गण  एक राय होकर राजेश मूणत के शह पर  और उसके इशारे पर तथा भाजपा नेताओं के उकसाने पर भूपेश बघेल जी के ऊपर गंभीर हमला करने का प्रयास किए थे। इन सभी भारतीय जनता पार्टी के नेता गण और कार्यकर्ताओं के द्वारा गंभीर आपराधिक कृत्य किया गया था। जिसकी लिखित शिकायत दिनांक 31-10-2017 को थाना प्रभारी थाना सिविल लाइन रायपुर में किया गया था जिस पर आज दिनांक तक मामला दर्ज होने की कोई अधिकृत जानकारी नहीं है।
महोदय दिनांक 18/09/2018 को बिलासपुर में मंत्री अमर अग्रवाल के घर पर पूर्व सूचना देकर विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के शांतिपूर्ण आंदोलन के पश्चात वापस कांग्रेस भवन बिलासपुर में पहुंच जाने के बाद भी, कांग्रेस भवन में भजन कर रहे कांग्रेसियों को लाठी डंडे के दम पर दौड़ा दौड़ा कर कांग्रेस भवन के अंदर से पीट-पीट कर, खदेड़ कर, कांग्रेस भवन से बाहर निकाला गया और गिरफ्तार किए जाने वाली बस में बैठाने के पूर्व एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर के द्वारा सिर पर लाठी चलाकर अन्य पुलिसकर्मियों को बोलकर बुरी तरह से लाठी डंडा लात घुसो से पिटाई कराई गई जिसका वीडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है । इसके बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण क्रमांक 806/18 धारा 147, 148, 186, 294, 303 भा.द.सं. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होने मंत्री जी के घर पर कथित रूप से कचरा फेंका। महोदय छत्तीसगढ़ सरकार की पुलिस भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा किए गए अपराध पर 1 वर्ष से अधिक समय होने के बावजूद आज तक मामला पंजीबद्ध नहीं किया है वहीं पुलिस के अत्याचार के शिकार और मानवाधिकार हनन करने वाली पुलिस के द्वारा ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है।
भारत के संविधान में समता एवं समानता के अधिकार के उल्लंघन का यह विशिष्ट मामला है। एक ही तरह के दो मामलों में प्रषासन की भूमिका दो तरह की दिखाई देती है। आपसे अनुरोध है, कि छत्तीसगढ़ में भेदभाव की यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से बंद करें और दिनांक 31-10-2017 थाना सिविल लाइन रायपुर में दी गई शिकायत के आधार पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से अपराध पंजीबद्ध कर उसकी सूचना हमें प्रदान करें।