शब्बीर अहमद, भोपाल। Lok Sabha Elections 2024: मध्यप्रदेश के मालवा संभाग की उज्जैन लोकसभा सीट बीजेपी के लिए नाक सवाल है। बाबा महाकाल का मंदिर इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसके अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृहक्षेत्र भी है। उज्जैन लोकसभा सीट बीजेपी के गढ़ वाली सीटों में गिनी जाती है। उज्जैन जिले में आरएसएस का भी मजबूत नेटवर्क हैं। 2009 के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो यहां लंबे समय से बीजेपी का कब्जा रहा है।

उज्जैन सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है। बीजेपी ने एक बार फिर यहां से मौजूदा सांसद अनिल फिरोजिया पर भरोसा जताया वहीं कांग्रेस ने विधायक महेश परमार को अपना लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार पहले भी चुनाव में आमने-सामने हो चुके हैं। 2018 विधानसभा में बीजेपी के अनिल फिरोजिया और कांग्रेस के महेश परमार के बीच मुकाबला हुआ था।

Lok Sabha Election 2024: खरगोन में किसी दल का नहीं चला बल, क्या BJP मारेगी हैट्रिक या कांग्रेस करेगी वापसी, जानिए इतिहास और सियासी समीकरण

2018 में आमने-सामने थे दोनों प्रत्याशी

2018 में पहली बार विधानसभा चुनाव में दोनों नेता आमने-सामने हो चुके हैं। इस सियासी लड़ाई में कांग्रेस के महेश परमार को जीत मिली थी। महेश परमार ने तराना विधानसभा से अनिल फिरोजिया को क्लोज फाइट में 2209 वोटों से शिकस्त दी थी।महेश परमार लगातार दो बार से तराना विधानसभा सीट से विधायक चुने जा रहे हैं। महेश परमार उज्जैन से महापौर का चुनाव भी लड़ चुके है, जिसमें उन्हें 924 वोट के मामूली अंतर से हार मिली थी।

रीवा लोकसभा में राजनीति का रसूख: देश का पहला नेत्रहीन सांसद और बसपा का पहला MP यहीं से चुना गया, कभी महाराजा को आंखों पर बैठाया तो कभी राजा को रंक ने हराया, जानिए इतिहास

उज्जैन लोकसभा बीजेपी का गढ़

2009 लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया जाए तो 1989 से उज्जैन संसदीय सीट पर लगातार बीजेपी जीत रही है। हर चुनाव में बीजेपी का जीत का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। ये सीट बीजेपी के गढ़ वाली सीटों में गिनी जाने लगी है। 2019 लोकसभा के चुनाव में अनिल फिरोजिया ने करीब 3 लाख 65 हजार से जीता हासिल की थी।

24 का रण: NEWS 24 MP-CG, Lalluram.com का खास कार्यक्रम, MP की हॉट सीट छिंदवाड़ा पर जनता की टटोली नब्ज, BJP और Congress में हुआ महासंग्राम

क्या इतिहास को दोहरा पाएंगे महेश परमार

विधानसभा और लोकसभा चुनाव में परिस्थितियां काफी अलग होती है। दोनों चुनाव के मुद्दे भी काफी अलग होते हैं। इसलिए सवाल है कि क्या महेश परमार विधानसभा की तरह लोकसभा चुनाव में अनिल फिरोजिया को मात दे पाएंगे क्योंकि अनिल फिरोजिया को ब्रांड नरेन्द्र मोदी के अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव के उज्जैन से होना का चुनाव में बड़ा फायदा मिलता दिख रहा है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H