Narasimha Jayanti 2024 : 21 मई दिन मंगलवार को नृसिंह जयंती मनाई जाएगी. इस दिन रवि योग, लक्ष्मी नारायण योग और स्वाति नक्षत्र का शुभ संयोग भी बन रहा है, जिससे आज के दिन का महत्व भी बढ़ गया है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आज बन रहे शुभ योग का लाभ 5 राशियों को मिलने वाला है. इन राशियों के जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और पैसा कमाने के कई मौके भी मिलेंगे. राशियों के साथ कुछ ज्योतिष उपाय भी बताए गए हैं.
इन उपायों के करने से कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत रहेगी और हनुमानजी की कृपा से सभी परेशानियां व कष्ट दूर रहेंगे.
ऐसे करें पूजा (Narasimha Jayanti 2024)
- नरसिंह जयंती के दिन नरसिंह भगवान की पूजा शाम के समय करने का विधान है.
- शाम के समय पूजा से पहले स्नान करके पूजा स्थल पर भगवान नरसिंह की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें.
- प्रतिमा स्थापित करने के बाद पंचामृत से भगवान का अभिषेक करें और चंदन का तिलक लगाएं.
- इस दिन संभव हो तो देशी घी का दीपक भगवान के सामने जलाएं.
- पूजा के अंत में नरसिंह भगवान की आरती करें और भगवान को भोग लगाएं.
इन मंत्रों का करें जाप
- ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्. नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्..
- ॐ नृम नरसिंहाय शत्रुबल विदीर्नाय नमः
- ॐ नृम मलोल नरसिंहाय पूरय-पूरय
पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए नरसिंह अवतार लिया था. उसमें भगवान नरसिंह का आधा शरीर मनुष्य का और आधा शरीर सिंह का था. वे हिरण्यकश्यप के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए दोपहर के समय खंभा फाड़कर प्रकट हुए थे. उन्होंने घर की दहलीज पर हिरण्यकश्यप को अपने जंघे पर लिटाकर दोनों हाथों के नखों से उसका पेट फाड़ दिया था. हिरण्यकश्यप को वरदान था कि उसे मनुष्य या जानवर, दिन या रात में, अस्त्र या शस्त्र से नहीं मारा जा सकता था. इस वजह श्रीहरि ने सबसे अनोखा स्वरूप नरसिंह का धारण किया था.
नरसिंह जयंती का महत्व
ऐसी मान्यता है कि नरसिंह जयंती के दिन भगवान नरसिंह की पूजा करने से भक्तों के अंदर का भय दूर होता है. भगवान नरसिंह की कृपा से जीवन में आने वाले संकटों का नाश होता है. वे अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. उनकी पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और लाइफ में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा नरसिंह जयंती के दिन व्रत रखने और भगवान नरसिंह की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और साथ ही ग्रह-दोष से भी मुक्ति मिलती है.
नरसिंह जयंती पर बन रहा विशेष योग
इस बार के नरसिंह जयंती के दिन रवि योग और स्वाति नक्षत्र का योग बन रहा है. उस दिन रवि योग सुबह 05:46 बजे से अगले दिन 22 मई को सुबह 05:27 बजे तक रहेगा. वहीं चित्रा नक्षत्र सुबह 05:46 बजे तक रहेगा. उसके बाद से स्वाति नक्षत्र है, जो 22 मई को सुबह 07:47 बजे तक रहेगा. पंचांग के अनुसार, 21 मई को नरसिंह जयंती के दिन पूजा का मुहूर्त 2 घंटे 44 मिनट तक का है. उस दिन पूजा का शुभ समय शाम 04 बजकर 24 मिनट से शाम 07 बजकर 09 मिनट तक है.
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