मुंबई . भारत की पहली समुद्र के अंदर सुरंग वाली सड़क मुंबई में बनाई गई थी. लेकिन उद्घाटन के कुछ ही महीनों के भीतर सड़क जर्जर हो गई. मुंबईवासियों के आवागमन को सुगम बनाने वाली इस सड़क पर पानी का रिसाव शुरू हो गया है.

पानी के रिसाव से कोई बड़ी दुर्घटना होने के डर से यात्री अब इस मार्ग पर यात्रा नहीं कर रहे हैं. रविवार को इस सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए पानी रिसाव के वीडियो और फोटो पोस्ट किए गए. वीडियो और तस्वीरें देखने के बाद इस रूट पर यात्रा करने वालों के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो गईं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर को बुलाया

समुद्री सड़क में रिसाव के कारणों की जांच की जा रही है. उधर, इस जानकारी के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है. इस बारे में उन्होंने कमिश्नर से बात की है. अधिकारियों और विशेषज्ञों से सलाह ली गई है, मूल संरचना को कोई खतरा नहीं है. 2-3 जगह लीकेज है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे विशेष तकनीक से परिपूर्ण किया जायेगा. साथ ही स्थाई समाधान भी निकाला जाएगा. यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी. बरसात के मौसम में पानी न भरे इसका भी ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है.

सुरंग वाली सड़क समुद्र तल से 17 से 20 मीटर नीचे है

भारत की पहली समुद्री सुरंग सड़क मुंबई में बनाई गई है. करीब 3 माह पहले इस सड़क पर आवागमन शुरू किया गया था. सड़क के एक तरफ से यातायात शुरू कर दिया गया. लेकिन महज 3 महीने में ही समुद्र के नीचे सुरंग जैसी बनी सड़क की गुणवत्ता की पोल खुल गई. सुरंग में जगह-जगह से रिसाव हो रहा है. दरअसल, 12.19 मीटर व्यास वाली जुड़वां सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है. इन दोनों में से अभी केवल एक ही तरफ खुला है. कोस्टल रोड की 2.07 किमी लंबी सुरंग गिरगांव (मरीन ड्राइव से आगे) के पास से शुरू होती है. यह उत्तर में अरब सागर, गिरगांव चौपाटी और मालाबार पहाड़ियों के नीचे तक फैला हुआ है. यह ब्रीच कैंडी में प्रियदर्शिनी पार्क पर समाप्त होता है. तटीय सड़क गिरगांव से वर्ली तक की 45 मिनट की यात्रा को घटाकर केवल 10 मिनट कर देती है. यह समुद्र तल से 17 से 20 मीटर नीचे है. 11 मार्च से अब तक 7 लाख से अधिक वाहन इस मार्ग से यात्रा कर चुके हैं.

एकनाथ शिंदे ने इसका उद्घाटन किया

कोस्टल रोड 1967 में विकसित शहर के मास्टरप्लान का हिस्सा था. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने उपमुख्यमंत्रि देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार के साथ किया. शिंदे ने कहा था कि तटीय सड़क का दूसरा चरण 10 जून तक खोल दिया जाएगा.