मंडला. हर वर्ग का विकास भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति रही है. आप लोग चौथी बार मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनाइये, प्रदेश के गांव-गांव में चार गुना तेजी से विकास होगा. यह बात सोमवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जिले की बिछिया विधानसभा के ग्राम मेंढा में भाजपा प्रत्याशी शिवराज शाह के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही. डॉ. रमनसिंह ने छत्तीसगढ़ी बोली में सभा को संबोधित किया.
आपसे शिवराज सिहं के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. रमनसिंह ने कहा कि बिछिया-मण्डलाक्षेत्र के नागरिकों से मेरा पुराना रिश्ता रहा है. मध्यप्रदेश हमारा बड़ा भाई है और छोटे भाई छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाते मैं आपसे शिवराज और शिवराज शाह के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं. आप मध्यप्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार बनाइए, प्रदेश के गांव-गांव में 4 गुना तेजी से विकास होगा. डॉ. सिंह ने कहा कि गांव, शहर, किसान, गरीब, युवा, मातृशक्ति का कल्याण एवं विकास करना भाजपा की संस्कृति रही है.
अंधेरा, कुशासन और खराब सड़कें थी प्रदेश की पहचान
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस शासन की याद दिलाते हुए कहा कि 15 साल पहले कुशासन, अराजकता, खराब सड़कें और अंधेरा मध्यप्रदेश की पहचान थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ चुनाव में ही गरीब, किसान और विकास याद आते हैं. प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से जब मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तब गांव, गरीब, किसान, वंचित, शोषित, पिछड़े वर्ग के कल्याण के काम तेजी से किए गए. अब मध्यप्रदेश बीमारू राज्य से समृद्ध राज्य की श्रेणी में आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने वनवासियों को वन भूमि का पट्टा, चरण पादुका योजना, तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस की दोगुनी राशि, महुआ गुल्ली का बेहतर समर्थन मूल्य, गांव-गांव में शिक्षा, प्रधानमंत्री आवास, हर घर में बिजली, उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन सहित मध्यप्रदेश एवं केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए भाजपा प्रत्याशी शिवराज शाह को विजयी बनाने अपील की.
ये रहे उपस्थित
बिछिया में डॉ. रमनसिंह की सभा के दौरान प्रदेश महामंत्री बीडी शर्मा, भाजपा प्रत्याशी शिवराज शाह, विधायक पंडित सिंह धुर्वे, महामंत्री उमेश ठाकुर, पूर्व विधायक पिंकी शिवराज शाह, मंडल अध्यक्ष अनंत राठौर, सुमंत उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकार, कार्यकर्ता एवं मवई-मेंढा क्षेत्र के ग्रामीण उपस्थित थे.