दिल्ली. पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार फिरसे बढ़ सकते हैं। कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी होने की वजह से बुधवार को सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। अगर एक्साइज ड्यूटी बढ़ती है तो तेल के दामों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकारें भी वैट बढ़ा सकती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तेल की नई कीमतें गुरुवार से लागू की जा सकती हैं। तेल की कीमतों पर सरकार चुनाव नतीजे आने के बाद फैसला ले सकती है।

पांच राज्यों में हुए चुनाव के एग्जिट पोल ने बीजेपी को चिंता में डाल दिया है। वहीं अब तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा की 2019 लोकसभा चुनाव की राह इसकी वजह से मुश्किल हो सकती है। तेल एक्सपोर्ट करने वाले 14 बड़े देशों के समूह और 10 अन्य तेल उत्पादक देशों ने कच्चे तेल की गिरती कीमतों को थामने के मकसद से तेल उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन की कटौती का फैसला लिया है।

बता दें कि पांच विधानसभा चुनाओं के नतीजे मंगलवार को आने हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कमी के बाद केंद्र सरकार ने भी पांच राज्यों के चुनाव से पहले बड़ी राहत दी थी। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.5 रुपये की कमी की थी और राज्य सरकारों से भी 2.5 रुपये की कटौती करने को कहा था। इसके बाद कुछ राज्यों को छोड़कर लगभग सभी राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम 5 रुपये तक कम हो गए थे। लेकिन अब कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी की वजह से सरकार तेल के दामों में बढ़ोतरी कर सकती है।