लखनऊ. यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा कि अब टीपू भी सुल्तान बनने के हसीन सपने देख रहे हैं. दरअसल, सीएम योगी बुधवार को लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष चयनित 1334 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रत्र प्रदान कर रहे थे.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जनता ने जिन लोगों को अवसर दिया था उन्होंने अपनी अराजक और भ्रष्टाचारी गतिविधियों से पहचान का संकट खड़ा किया और फिर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का काम किया था. पहले जाति-जाति को लड़ाया, फिर मत और मजहबों को आपस में लड़ाने का काम किया. उत्तर प्रदेश महीनों दंगों की आग में झुलसता रहा. आज ये लोग फिर से अपना रंग रोगन बदलकर नए रूप में प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहते हैं.

योगी ने कहा कि 2017 के पहले जो लोग प्रदेश में लूट खसोट मचाए थे, आज जब उनके सपनों पर पानी फिर चुका है तो अब टीपू भी सुल्तान बनने चले हैं. कई वर्ष पहले एक धारावाहिक आया था, मुंगेरीलाल के हसीन सपने. आज ये भी यही सपने देख रहे हैं. जब जनता ने इन्हें अवसर दिया था तब इन्होंने प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. यहां के युवाओं के सामने, व्यापारियों के सामने, उद्यमियों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था.

चाचा और भतीजे में वसूली की होड़ रहती थी

सीएम योगी ने कहा कि पहले युवाओं को नियुक्ति पत्र क्यों नहीं मिलता था, क्योंकि इनकी नीयत साफ नहीं थी. चाचा और भतीजे में वसूली को लेकर होड़ रहती थी कि कौन कितना वसूल करेगा. एरिया बंटे हुए थे. आप देख रहे हैं कि इस समय कुछ आदमखोर भेड़िया प्रदेश के अंदर अलग-अलग जनपदों में उत्पात मचा रहे हैं और कमोवेश यही स्थिति 2017 के पहले प्रदेश की थी.

सैफई परिवार की महाभारत के कैरेक्टर से तुलना

सीएम योगी ने कहा कि पहले प्रदेश में जब दंगे होते थे, अराजकता थी तो एयर कनेक्टिविटी जोड़ करके क्या करेंगे. हवाई जहाज से आएगा कौन. आज तो दो एयरपोर्ट से हम 9 एयरपोर्ट को क्रियाशील कर चुके हैं. 10 नए एयरपोर्ट पर कार्य चल रहे हैं. जो एयरपोर्ट चल रहे हैं इनमें से चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं. पांचवा भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी हम उत्तर प्रदेश के जेवर में बना रहे हैं. आखिर यह काम लंबे समय तक प्रदेश में शासन करने वाली कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या बहुजन समाजवादी पार्टी क्यों नहीं कर पाई. इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं दे पाए. ये तो बिजली देने में, सड़क देने में और नौकरी देने में भी भेदभाव करते थे. नौकरी के नाम पर वसूली करने वालों में कहीं चाचा तो कहीं भतीजे, महाभारत के सारे कैरेक्टर शामिल थे.

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