बारिश हो या ठंड, मच्छरों से हर कोई परेशान रहता है। आज के पक्के घरों में हम नीम की पत्तियों धुआं नहीं करते। ऐसे में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना ही पड़ता है, क्योंकि जान से तो जहान है। आज हम सबसे ज्यादा लिक्विड मशीन का इस्तेमाल करते है, ये मच्छरों को भगाने-मारने में मददगार है। मगर, इसका रोजाना इस्तेमाल सेहत के लिए घातक हो सकता है। यह लिक्विड मॉस्किटो किलर केमिकल्स पर बेस्ट होते हैं, वो मच्छरों को मारती हैं, लेकिन यह केमिकल सांस के जरिए हमारे शरीर में पहुंचता है।

आइए आपको बताते है कि इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से हमारे शरीर को कौन-कौन से नुकसान हो सकते है।

अस्थमा या सांस लेने में दिक्कत

मच्छर भगाने वाली लिक्विड मशीनों में कई हानिकारक केमिकल्स होते हैं। जैसे प्रलैथ्रिन और एलेथ्रिन, जो हम इन्हेल करते हैं। ये हमारे रिस्पिरेटरी सिस्टम को बहुत प्रभावित करते ही हैं। जिन लोगों को अस्थमा या फिर सांस संबंधित प्रॉब्लम होती है, ये केमिकल उन्हें भारी नुकसान पहुंच सकते हैं। बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी नेचुरली वीक होती है। ऐसे में ये लिक्विड इन्हें कई प्रकार की समस्याओं से घेर सकता है।

त्वचा में जलन

लिक्विड में इस्तेमाल केमिकल जब बिजली द्वारा बर्न होकर हवा में फैलते हैं तो यह हमारी आंखों और त्वचा को नुकसान पहुंच सकते हैं। लंबे समय तक इन केमिकल के संपर्क में रहने पर, आपकों आंखों जलन महसूस होगी। त्वचा में अचानक से खुजली शुरू हो जाएगी। या फिर लाल चकते पड़ने शुरू होंगे।

नर्वस सिस्टम कमजोर

हम सारी-सारी रात क्वाइल्स को ऑन कर सो जाते हैं, जो गलत है। क्योंकि लंबे समय तक इनके संपर्क में रहने पर हमारा नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है। यह हमारे अचानक से पता नहीं चलता लेकिन यह धीरे-धीरे असर बढ़ाता जाता है। इंसान चिड़चिड़ापन, थकान और मानसिक तनाव का शिकार होता है। इसके साथ ही इसकी गंध से सिर दर्द या चक्कर आने की समस्याएं शुरू हो जाती हैं।