नरेश शर्मा, रायगढ़। रायगढ़ के पूर्व महापौर जेठूराम ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना त्यागपत्र सीधे प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भेजा है. हालांकि उनके इस्तीफे का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है. इस्तीफा पत्र में उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपनी व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं.

बताया जा रहा है जेठूराम पार्टी में लगातार हो रही उपेक्षा से परेशान थे. 2005 से 2010 तक रायगढ़ नगर निगम में बड़ी जीत हासिल कर महापौर बने थे. लेकिन हाल के वर्षों में पार्टी के भीतर उनकी अनदेखी से नाराज चल रहे थे. जिसके चलते आज उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

निगम के पूर्व महापौर जेठूराम मनहर ने अपने इस्तीफे को लेकर कहा है कि वे कई महीनों से कांग्रेस में अपने आपको असहज महसूस कर रहे थे और इसलिए आज उन्होंने यह इस्तीफा दिया है. बातचीत के दौरान उन्होंने इस्तीफे के पीछे का कारण खुलकर तो नही बताया लेकिन इशारों-इशारों में यह बता दिया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उनकी अनदेखी की जा रही थी. अपने इस्तीफे के बाद नई पार्टी में शामिल होनें के सभी विकल्प खुले होना बताया. वहीं रायगढ़ शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि जेठूराम मनहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं और निगम में प्रथम महापौर के रूप में बनने से उन्हें बकायदा सम्मान दिया जाता रहा है. अचानक उनके इस्तीफे के पीछे क्या कारण हो सकते हैं यह उन्हें नहीं पता और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें पूर्व महापौर के इस्तीफे की जानकारी मिली है. बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उनकी सक्रियता पहले जैसी नहीं थी.

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस को सक्ती जिले के जैजैपुर में झटका लगा. यहां जनपद अध्यक्ष रोशनी चंद्रा सहित 6 जनपद सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं.