Health Desk: पतली कमर और छरहरी काया किसे अच्छी नहीं लगती है. खासतौर पर लड़कियां तो इसके लिए क्या-क्या नही करती हैं. लेकिन नेशनल, फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (NFHS-5) की रिपोर्ट बताती है कि रायपुर में में 70 परसेंट यानि हर चार महिलाओं में तीन की कमर सामान्य से चौड़ी है और और वेस्ट टू हिप रेशियो तय मानक (0.80) से ज्यादा है. डॉक्टर्स के मुताबिक ये स्थिति काफी चिंताजनक है. जिसकी वजह से उन पर गंभीर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है.
क्या है वेस्ट टू हिप रेशियो
एक विशेषज्ञ बताते हैं कि एक स्वस्थ इंसान के लिए लंबाई, चौड़ाई, वेट से लेकर कमर और कूल्हे की परिधि के मानक तय किए गए हैं. इनके अधिक या कम होने पर बीमारियां जन्म लेती हैं. बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) की तरह डॉक्टर्स बीमारियों का अनुमान लगाने के लिए वेस्ट टू हिप रेशियो का यूज करते हैं. यह रेशियो कमर और कूल्हे का सरकमफ्रेंस (परिधि) नापकर निकाला जाता है. अगर यह तय मानकों से ज्यादा है तो आपके लिए खतरे की घंटी की है.
कैसे मीटर करें रेशियो
मीजरिंग टेप को अपनी कमर के सबसे पतले प्वाइंट के चारो ओर नाभि के ऊपर से होते हुए लपेटें और मीजरमेंट नोट करें. इसी तरह कूल्हे के सबसे वाइडेस्ट प्वाइंट पर टेप रखकर पूरी परिधि को नापें. इसके बाद कमर की नाप को कूल्हे की नाप से डिवाइड करें. महिलाओं के ये रेशियो 0.80 से अधिक और पुरुषों के लिए 0.85 से अधिक नहीं होना चाहिए. अगर यह रेशियो अधिक है तो आपको अलर्ट होने की जरूरत है. रशियो एक से ऊपर जाने पर बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है.
डब्लूएचआर बढ़ने की ये है मुख्य वजह
का कहना है कि मिडिल क्लास की महिलाओं की रुटीन लाइफ में बहुत चेंज आया है. जिससे फिजिकल एक्टिविटीज कम से कम हो गई हैं. वर्किंग होने के कारण अक्सर एक जगह पर घंटों बैठी रहती हैं. घर के सामान्य कामों के लिए नौकरों या फिर मशीनों पर निर्भर हैं. जबकि दो दशक पहले तक ज्यादातर महिलाएं घर का काम खुद करती थीं. झाड़, पोछा, कपड़े धोने से पूरी बॉडी की एक्सरसाइज यूं ही हो जाती थी. कमर या हिप पर चर्बी नहीं जमा नहीं हो पाती थी. इसके साथ ही अनशिड्यूल्ड लाइफ स्टाइल, जंक और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन, रात को देर तक जागना और सुबह देरी से उठना भी इसकी वजह हैं.
ऐसे कर सकते हैं कंट्रोल
फिजिकल एक्टिविटीज जरूर करें
जितना हो सके घर के काम खुद करें
अपनी डेली लाइफ को शेड्यूल करें जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें
हरी सब्जियां और हेल्दी फूड खाएं घर के आसपास पैदल ही जाएं
इन बीमारियों का खतरा
कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ निखिल मोतीरमानी कहते हैं कि जिन महिलाओं का वेस्ट टू हिप रेशियो ज्यादा होता है उनमें सामान्य महिलाओं की तुलना में हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट ब्लॉकेज, स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है.
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