कुंदन कुमार/पटना: राजधानी पटना सहित बिहार के 5 जिलों में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है. पूरे प्रदेश में अब तक डेंगू के 8270 मरीज मिले हैं, अगर हम बात करें, तो राजधानी पटना में ही अकेले 4130 मरीज डेंगू से पीड़ित है.
दरअसल, राजधानी पटना डेंगू का हॉटस्पॉट बन गया है. खासकर पटना के कंकड़बाग पाटलिपुत्र नूतन राजधानी अंचल बांकीपुर, दानापुर, मसौढ़ी और फुलवारी शरीफ में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. डॉक्टर का मानना है कि अभी कुछ दिन तक लोगों को सावधानी बरतनी पड़ेगी. ठंड ज्यादा पड़ने के बाद ही डेंगू का प्रकोप कम होगा.
हाथ और पैर में होता है काफी दर्द
वैसे इसका इलाज सरकारी अस्पतालों में निशुल्क हो रहा है और अभी तक सबसे ज्यादा मरीज पटना के पीएमसीएच और आईजीआईएमएस में भर्ती किए गए हैं. डॉक्टर का कहना है कि इस बार डेंगू का लक्षण दूसरे तरह का है. सबसे पहले हाथ और पैर में काफी दर्द होता है. तेज बुखार होता है और पैर में ज्यादा दर्द होने के कारण लोग इस डेंगू को इस बार लंगड़ा बुखार भी कहने लगे हैं.
पेरासिटामोल के नहीं ले ओवरडोज
आईजी आई एमएस के अधीक्षक मनीष मंडल का कहना है कि उनके अस्पताल में भी लगातार डेंगू के मरीज आ रहा है और आज भी 2 नए मरीज को हम लोगों ने भर्ती किया है, उनका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार डेंगू के इलाज में लोग सतर्कता नहीं बरत रहे हैं. पैर और हाथ में ज्यादा दर्द होने के कारण लोग पेरासिटामोल की गोली का ओवर डोज ले रहे हैं. जिसका साइड इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि लोग पेरासिटामोल के ओवरडोज को नहीं ले. पेरासिटामोल की गोलियां दिन-रात मिलाकर 3 बार से ज्यादा नहीं खानी चाहिए.
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डॉक्टर की निगरानी में करवाए इलाज
साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार के डेंगू में एक खास बात है कि ब्लड के प्लेटलेट्स में कोई खास गिरावट नहीं देखी जाती है. तेज बुखार जरूर होता है, लेकिन मरीज को चाहिए कि डॉक्टर की निगरानी में वह अपना इलाज करवाए और जो डॉक्टर सलाह देते हैं, उसके अनुसार ही चले निश्चित तौर पर मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं.
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