अमृतसर. साहिब श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व संगतों द्वारा बड़े प्रेम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। इसी क्रम में भारत की सिख संगतों द्वारा पालकी साहिब की सेवा की गई। यह पालकी भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा अटारी-वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजी गई।
इस मौके पर सिख संगत ने “सतिनाम वाहेगुरु” का जाप किया। पालकी साहिब की सेवा नरोत्तम सेवा संस्था द्वारा की गई। सेवा संपन्न करने के बाद संस्था के नेताओं ने मीडिया से बातचीत में स्वयं को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें यह सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ।
15 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान, श्री ननकाना साहिब (पाकिस्तान) में धार्मिक समारोह आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें भारत से लगभग 3,000 श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा, दुनिया के अन्य देशों से भी संगतें गुरुपर्व के अवसर पर दर्शन के लिए पहुंची हैं।
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