वाराणसी. बीते दिन वाराणसी के सारनाथ में रुद्र हाइट्स अपार्टमेंट में जुएं का फड़ चल रहा था. जहां पुलिस ने दबिश दी थी. इस दौरान वर्दी में पहुंचे पुलिस ने 41 लाख रुपए जब्त किए थे. वहीं पुलिस के साथ सिविल ड्रेस में मौजूद इंस्पेक्टर फड़ से रूपये बैग में भरे और मौके से फरार हो गया था. जो अब तक फरार चल रहा है. अब तक पुलिस भगोड़े इंस्पेक्टर को पकड़ने में नाकाम रही है. सोने पर सुहागा तो तब हो गया जब कांड करने के बाद भी पुलिसिया सिस्टम ने भगोड़े इंस्पेक्टर को नई तैनाती दे दी. ऐसे में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं कि कहीं इस पूरे खेल में पुलिस के अधिकारी भी तो शामिल नहीं हैं. कहीं जानबूझकर आरोपी को भगा तो नहीं रहे?

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बता दें कि जुएं के फड़ से इंस्पेक्टर ने अपने 2 साथियों के साथ 41 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिसिया सिस्टम पर सवाल खड़े किए थे. उसके बाद पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर और उसके 2 साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लेकिन पुलिस के हाथ से अब तक आरोपी काफी दूर है. इतना बड़ा मामला होने के बाद भी आरोपी को आरोपी इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता को सीबीसीआईडी में नई तैनाती दी गई है. ऐसे में सवाल उठता है कि एक आरोपी को नई तैनाती किसने और क्यों दिलवाई.

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आरोप तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि लूट का 41 लाख रुपए सीनियर में भी बंटा था, इसलिए इंस्पेक्टर पर हाथ डालने से पुलिस परहेज कर रही. कहा तो ये भी जा रहा है कि आखिर इतनी बड़ी हिमाकत उप्र सरकार में कौन अधिकारी कर रहे हैं?