कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा कन्या छात्रावास में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक 11वीं की छात्रा ने बीती रात हॉस्टल में एक बच्ची को जन्म दिया. घटना के सामने आते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया और कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्रावास की अधीक्षिका जय कुमारी रात्रे को निलंबित कर दिया है.
जारी आदेश में कहा गया है कि पोड़ी उपरोड़ा कन्या छात्रावास की अधीक्षिका जय कुमारी रात्रे को शासकीय कार्य में लापरवाही के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, कटघोरा निर्धारित किया गया है.
दरअसल, यह पूरा मामला कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा स्थित कस्तूरबा बालिका हॉस्टल का है. जहां 11वीं की छात्रा ने बीती रात हॉस्टल में बच्ची को जन्म दिया है. इसकी जानकारी हाॅस्टल अधीक्षिका जय कुमारी ने उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. वहीं छात्रा उसे अपना बच्चा होने से इनकार कर रही है. नवजात की हालत गंभीर है. डॉक्टरों की निगरानी में जिला मेडिकल कॉलेज में बच्चे का इलाज जारी है.
मामले में छात्रावास की अधीक्षिका जयकुमारी ने बताया कि बच्चे की रोने की आवाज आने पर उसने जाकर देखा तो छात्रावास में नवजात पड़ी हुई थी. जांच के दौरान बात सामने आया कि एक छात्रा ने प्रसव होने के बाद नवजात को बाथरूम की खिड़की से उसे नीचे फेंक दिया था. अधीक्षिका ने बताया कि इस घटना के सामने आने के बाद उसने छात्रावास में सभी बच्चों से पूछताछ की, जहां एक छात्रा की तबीयत खराब होना बताया. उसे जब पौड़ी उपरोड़ा स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया तब जांच के दौरान सामने आया कि प्रसव हुआ है.
छात्रा और उसके परिवार ने संतान होने से किया इंकार
हॉस्टल अधीक्षिका ने छात्रा के कमरे में जाकर पूछताछ की. इस संबंध में छात्रा ने अपनी संतान होने से इनकार कर दिया. हॉस्टल की ओर से पौड़ी उपरोड़ा से लगभग 40 किलोमीटर दूर निवासरत छात्रा के माता-पिता को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई. छात्रा की मां ने बताया कि उसे भी उनकी बेटी ने गर्भवती होने की सूचना कभी नहीं दी. मामले की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हॉस्टल पहुंचकर मामले की जानकारी ले रहे.
नवजात के शरीर में चोट के निशान, इलाज जारी
नवजात बच्चे को जिला मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश वर्मा ने बताया कि बच्चे की हालत अभी ठीक नहीं है. शरीर में चोट के निशान पाए गए हैं. समय से पहले बच्चे को जन्म दिया गया है. फिलहाल, नवजात बच्चे का उपचार जारी है. घटना की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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