विजेंद्र सिंह राणा, सीहोर. महाकुंभ को लेकर इंस्टाग्राम रील्स खूब वायरल हो रही है. इसे लेकर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि संत समागम की रील्स किसी ने नहीं देखी, लेकिन एक सुंदरी, माला बेचने वाली और इंजीनियर आए. उनकी रील्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वो सबने देखी, लेकिन महाकुंभ में इतने संत आए, संतों का समागम हुआ. वह किसी ने नहीं देखा. न किसी ने दिखाए.

पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कथा प्रवचन का किसी ने नहीं देखा. न दिखाया, लेकिन पूरे कुंभ में एक तो वह सुंदरी आए बैठी है, उसकी रील दिख रही है. एक इंजीनियर आए बैठा है, उसकी रील दिख रही. एक माल बेचने वाली आई, उसकी रील्स दिख रही है. किसी को ये नहीं दिखाई दे रहा है कि महाकुंभ में इतने महात्मा आए. इतने साधु आए. इतने संत आए. संतों का समागम हुआ. कई लोग हिंदुत्व को जोड़ने की बात कर रहे हैं. सनातन को जोड़ने की बात कर रहे हैं. यह सब दिखाना चाहिए, लेकिन ये सब कोई नहीं दिखा रहा है.

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बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा से पहले इस मुद्दे पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि कुंभ अपने मुख्य मकसद से भटक रहा है. वहां रील्स नहीं रियल होना चाहिए. वहां इस बात पर बहस होना चाहिए कि किस तरह देश हिंदू राष्ट्र बनेगा. कैसे हिंदू धर्म छोड चुके मुसलमान, ईसाई को किस तरह हिंदू धर्म में वापसी हो इसकी चर्चा होना चाहिए.

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