कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में सड़क निर्माण को लेकर बड़ा घोटाला हुआ है। बिना डामर डाले ही ठेकेदारों ने शासन से 37 करोड़ रुपए पास करवा लिए। EOW ने दो जिलों के अधिकारी और ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क बनाने के नाम पर ठेकेदारों ने इंडियन ऑयल सहित अन्य कंपनियों के डामर के फर्जी बिल लगाए थे। EOW की जांच में खुलासा हुआ है कि MPRDC जबलपुर और मंडला MPRDC के अधिकारियों की मिलीभगत से यह सारा खेल हुआ है। मामला सामने आने के बाद करीब आधा दर्जन अधिकारी और पांच ठेकेदारों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

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जांच में यह सामने आया है कि ठेकेदारों ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, HPCL, BPCL, एस्सार और नायरा जैसी बड़ी कंपनियों के नाम से दो दर्जन से ज्यादा सड़क के पॅकेज में डामर के 100 से ज्यादा नकली इनवॉइस बनाए थे। सत्यता जांचने पर खुलासा हुआ कि ये बिल कंपनियों ने जारी नहीं किए गए थे, बल्कि फर्जी थे। EOW सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई।

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