प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन के दौरान साधु संतों से मुलाकात की. सीएम ने कहा कि महाकुंभ का संदेश देश के लिए दिव्य होना चाहिए. यहां पर श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं. अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन गया और 500 साल का इंतजार खत्म हुआ. हमारी पीढ़ी सबसे सौभाग्यशाली है क्योंकि सनातन धर्म को एक नई दिशा मिल रही है. सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष की तरह है. सीएम ने महाकुंभ में शामिल होने को सौभाग्य बताया और सभी संतों का अभिनंदन किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच बड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि संकल्प को साकार करने के लिए धैर्य चाहिए और सिद्धि के लिए धैर्य आवश्यक है. सीएम ने कुंभ को सभी धर्मों के लोगों को एक मंच प्रदान करने वाला आयोजन बताया. उन्होंने कहा कि रामराज में बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. सीएम ने बताया कि महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है और कुंभ का संदेश एकता का होना चाहिए.

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अब तक 10 करोड़ श्रद्धालु लगा चुके हैं आस्था की डुबकी

बता दें कि संगम में स्नान करने आए श्रद्धलुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक करीब 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. 13 जनवरी से शुरु हुए इस पवित्र महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. पहले दिन यानी 13 जनवरी को 1.50 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया था. वहीं दूसरे दिन यानी मकर संक्रांति के अवसर पर ये संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई थी. इस दिन 3.50 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी.