रापयुर- साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त प्रेरकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अनोखे अंदाज से स्वागत करने का निर्णय लिया है. 6 व 7 मार्च को रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल में सामूहिक रूप से रक्तदान करेंगे. वे मुख्यमंत्री के वजन से 11 गुना अधिक वजन रक्तदान मॉडल ब्लड बैंक डॉ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर की उपस्थिति में बूढ़ातालाब स्थल में रक्तदान करेंगे.

प्रेरक कल्याण संघ के प्रदेश सचिव व जिला अध्यक्ष कोंडागांव लखन लाल देवांगन ने जानकारी देते हुए बताया कि लोग मिठाई लड्डूओं से तौल रहे हैं. वहीं प्रेरक संघ सीएम भूपेश के बनने से खुश होकर यह निर्णय लिया है. प्रेरकों को पूर्व सरकार ने शिक्षाकर्मी संविलियन करने की बात कर दस साल तक शोषण किया और 31 मार्च 2018 को साक्षर भारत कार्यक्रम को ही बंद कर दिया, जिससे 16802 ग्रामीण युवा बेरोजगार हो गए.

सभी प्रेरकों ने विरोध कर गांवों पर दीवार लेखन, सामूहिक शपथ व घर-घर जाकर सरकार बदलने पर जोर दिया था, जिससे तात्कालिक सरकार के लोगों ने देख लेने की चेतावनी तक दे डाली थी. अब जबकि सरकार बदल गई और समाज के साथ मिलकर हमने ऐतेहासिक जीत दिलाई है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भव्यता के साथ स्वागत भी करना चाहते हैं, हम 1 वर्ष से बेरोजगार होकर भी उनके घोषणा पत्र पर प्राथमिक रूप से है व वादा से पूर्ण संतुष्ट हैं कि वे जल्द वादे निभाकर ग्रामीण युवाओं का रोजगार वापिस करेंगे. मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया हैं. सभा में आकर रक्तदान कार्य का शुभारंभ करेंगे.

लखन लाल देवांगन ने कहा ये हमारी खुशी मात्र है, जहां सभी प्रेरक इस पहल से उत्सुक हैं. मुख्यमंत्री व उनकी टीम ही नही उनके कर्मचारी व जनता को भी जनकल्याण कार्य करना चाहिए तभी हमारे राज्य का विकाश होगा.