छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में मिलने वाला गंगा इमली (जिसे कुछ स्थानों पर ‘जंगली इमली’ या ‘वाइल्ड टैमरिंड’ भी कहा जाता है) वास्तव में एक अनमोल औषधीय फल है. इस मौसम में ये बहुत अधिक मात्रा में बाजार में दिख जाएंगे. यदि अब तक आपने इसका स्वाद नहीं लिया है तो आपको एक बार ज़रूर खाना चाहिए. आज हम आपको इसके फायदों के बारे में बतायेंगे.

पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है
- इसमें प्राकृतिक एंजाइम होते हैं जो पाचन में सहायता करते हैं और अपच या गैस की समस्या को कम करते हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं.
डिटॉक्स का काम करता है
- यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है.
रक्त शुद्धि में सहायक
- गंगा इमली का सेवन रक्त को शुद्ध करने और त्वचा रोगों में राहत देने वाला माना जाता है.
शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है
- कुछ अध्ययन बताते हैं कि इसका नियमित सेवन रक्त शर्करा और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है.