प्रातःकाल का समय ऊर्जा, शुद्धता और नवीनता का प्रतीक होता है. जैसे ही हमारी आँखें खुलती हैं, हमारे मन और वातावरण में एक विशेष प्रकार की सकारात्मकता फैलती है. इस समय यदि हम दिव्य शक्तियों और अपने शुभचिंतकों का स्मरण करते हैं, तो दिनभर के लिए आंतरिक बल, मानसिक शांति और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए आज हम कुछ ऐसे शक्तिशाली और सरल मंत्र बता रहे हैं, जिन्हें सुबह उठकर पढ़ना अत्यंत शुभ होता है.
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- कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ॥
- समुद्र-वसने देवी पर्वत-स्थान-मण्डदले | विष्णु-पत्नी नमस्-तुभ्यं पाद-स्पर्शं क्षमास्व-मे ||
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