Bihar News: जन सुराज पार्टी ने बिहार में सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक करोड़ हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है. इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा, नालंदा से की गई. बक्सर जिला कमिटी ने भी इसी कड़ी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिले में इस अभियान को व्यापक स्तर पर चलाने की घोषणा की.

‘जनता से जुटाया जाएगा समर्थन’ 

प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष जयराम कुशवाहा ने कहा कि यह अभियान जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगा. उन्होंने बताया कि जन सुराज पार्टी बिहार की वर्तमान और पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा किए गए वादों की अनदेखी और जनता के साथ कथित विश्वासघात के खिलाफ एक संगठित मुहिम चला रही है. जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि आने वाले महीनों में यह अभियान तेज होगा और इसके अंतर्गत हर गांव और पंचायत में जाकर जनता से समर्थन जुटाया जाएगा.

भ्रष्टाचार का लगाया आरोप 

इस अभियान के 3 प्रमुख मुद्दों को जन सुराज ने मुख्य रूप से उठाया है. जिला प्रभारी तथागत हर्षवर्धन ने बताया कि पहला सवाल 2023 की जातीय जनगणना में चिह्नित 94 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने के वादे को लेकर है. उन्होंने पूछा कि अब तक यह पैसा क्यों नहीं दिया गया? दूसरा सवाल 50 लाख भूमिहीन दलित व अतिपिछड़ा परिवारों को तीन डिसमिल जमीन देने के वादे पर है, जिसे सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया है. तीसरा मुद्दा भूमि सर्वे के नाम पर हो रही कथित धांधली से जुड़ा है, जिसमें वंशावली बनाने, दाखिल-खारिज, रसीद और जमाबंदी के मामलों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है.

‘सरकार की विफलताओं को करेंगे उजागर’

बक्सर में इस अभियान की कार्य योजना पर जिला महासचिव अरविंद पाण्डेय ने कहा कि जिले के प्रत्येक प्रखंड में यह अभियान प्रभावी रूप से चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अभियान से जोड़ेंगे और सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे. उन्होंने कहा कि इस अभियान से जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का प्रयास भी किया जाएगा.

‘जन सुराज की असली ताकत है’

जिला महिला अध्यक्ष अंशु कुमारी श्रीवास्तव ने महिलाओं से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की. उन्होंने कहा कि यह अभियान बिहार की राजनीति में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. पार्टी चाहती है कि जनता से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी आवाज को प्रभावी रूप से शासन तक पहुंचाया जाए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि यह सिर्फ हस्ताक्षर अभियान नहीं, बल्कि सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने की दिशा में एक जनांदोलन है. जनता के बीच जाकर उनके सवाल उठाना और उन्हें साथ लेकर चलना ही जन सुराज की असली ताकत है.

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