दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में 3दिनों के भीतर तीन एनकाउंटर कर 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई के दौरान चार बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें बाद में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. दिल्ली पुलिस ने सोमवार रात और मंगलवार सुबह दो अलग-अलग एनकाउंटर में गंभीर अपराधों में शामिल दो वॉन्टेड अपराधियों को गिरफ्तार किया है. एनकाउंटर के दौरान दोनों बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

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एक अधिकारी के अनुसार, पहला एनकाउंटर सोमवार की रात जैतपुर क्षेत्र में हुआ, जबकि दूसरा एनकाउंटर मंगलवार सुबह लगभग 4:30 बजे कालिंदी कुंज इलाके में हुआ.

अधिकारी ने जानकारी दी कि जैतपुर में हुए एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने 27 मई को दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल करण मावी पर हमला करने के आरोपी आसिफ को गिरफ्तार किया. इसके बाद आज तड़के कालिंदी कुंज क्षेत्र में एक और एनकाउंटर में एक अन्य आरोपी राजपाल घायल हो गया, जिस पर 30 मई को एक लड़की के अपहरण और हत्या का आरोप है. इस गोलीबारी में स्पेशल स्टाफ टीम के एसआई शुभम की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी. पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया है.

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दो दिन पहले पकड़े थे 3 बदमाश

दिल्ली पुलिस ने रविवार को उस्मानपुर क्षेत्र में एक मुठभेड़ के दौरान 3 हथियारबंद लुटेरों को गिरफ्तार किया. इस गोलीबारी में दो बदमाश घायल हो गए. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शाहदरा के समीर (21), तरुण (23) और मेरठ के पांडव नगर के कुणाल शर्मा (23) के रूप में हुई है, जिन्होंने अवैध हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की थी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीनों संदिग्ध घायल हुए.

एक अधिकारी के अनुसार, थाना न्यू उस्मानपुर की पुलिस टीम गश्त पर थी, जब उन्हें हाल ही में हुई लूटपाट में शामिल व्यक्तियों के बारे में सूचना मिली. ये व्यक्ति कथित तौर पर 5वें पुस्ता के पास एक और अपराध की योजना बना रहे थे.

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पुलिस को देखकर संदिग्धों ने पास के जंगल में भागने की कोशिश की. जब पुलिस टीम ने उन्हें चेकिंग के लिए रुकने का आदेश दिया, तो संदिग्धों ने भागने के प्रयास में फायरिंग कर दी. इस गोलीबारी में दो संदिग्धों के पैरों में गोली लगी, जिन्हें इलाज के लिए जेपीसी अस्पताल भेजा गया. अपराध और फोरेंसिक टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, और पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने वर्तमान और अन्य आपराधिक मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की.