बलरामपुर. जीरो टॉलरेंस, जीरो टॉलरेंस, जीरो टॉलरेंस… ये शब्द प्रदेश के मुखिया के मुंह से आए दिन सुनने को मिल ही जाता है. बकायदा सिस्टम को जीरो टॉलरेंस को अमलीजामा पहनाने की हिदायत भी देते हैं. पर मजाल है कि इसका कोई असर प्रदेश के कानून व्यवस्था पर दिखाई दे जाए. महिलाओं-बेटियों के दरिंदे प्रदेश में हर रोज नोच रहे हैं. उनके बदन को छलनी कर रहे हैं, लेकिन ‘पंगू सिस्टम’ केवल दावे करने में मस्त है. अगर ऐसा न होता तो प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामलों में कमी देखने को मिलती. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहां एक नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया, वो भी उसके भाई के सामने.

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बता दें कि पूरी घटना उतरौला थाना क्षेत्र की है. एक हफ्ते पहले अपने चचेरे भाई के साथ नाबालिग बहन रात 11 बजे मेले से घर लौट रहे थे. उनके साथ गांव की अन्य महिलाएं भी थी. इसी दौरान 4 युवकों ने नाबालिग के भाई की पिटाई कर दी और उसे बांध दिया. उसके बाद दरिंदों ने बारी-बारी से रेप किया. इस दौरान दरिदों ने किसी को बताने पर इसका अंजाम बुरा होने की बात भी कही. जिसके बाद नाबालिग औऱ उसका भाई डर गया. घटना के बाद युवती घर पहुंची औऱ किसी को कुछ बताए बिना सो गई. वहीं जब दूसरे दिन सुबह उसकी नींद खुली तो वह दर्द की वजह से बिस्तर से नहीं उठ सकी. इस दौरान नाबालिग की मां ने उसकी वजह पूछी तो रात की घटना की जानकारी दी.

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वहीं लड़की ने अपने परिजनों को आरोपियों के नाम बताए तो परिजन सहम गए. डर के मारे उन्होंने कोई शिकायत नहीं की. जब मामला एक सिपाही के जरिए प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह तक पहुंचा तो पड़ताल की गई. घटना सही पाए जाने पर पीड़िता के परिजनों से बात की और फिर एसपी से बात कराई.

एसपी ने परिवार के लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाकर शिकायत करने की बात कही. जिसके बाद पीड़िता की मां ने शिकायत कराई. पुलिस ने मामले में आरोपी अख्तर रजा, राज कुरैशी, शिवा यादव और फिरोज कुरैशी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. आगे की कार्रवाई की जा रही है.