विक्रम मिश्र,लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफेसर रविकांत से कांग्रेस अध्यक्ष ने मुलाकात किया है। इस बात की जानकारी प्रोफेसर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर बताया है। आपको बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय में रविकांत बतौर प्रोफेसर हिंदी विभाग में पदस्थ है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस पर विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद से वो चर्चा में आए।

अजय राय बोले साथ खड़े है

सबसे खास बात अगर देखी जाए तो दलित और पिछड़ों को लेकर कांग्रेस बड़ी ही मुस्तैदी दिखा रही है। भले ही यूपी में गठबंधन सपा के साथ स्थायी होने की बात कही जा रही हो लेकिन अंदरखाने कांग्रेस भी अपनी तैयारियों को अमलीजामा पहना रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविकांत से मुलाकात कर बताया कि तीन साल पहले के केस खोले जा रहे है। लेकिन कांग्रेस पूरी तरह से मुस्तैद है।

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एक्स के मायने

आप अगर प्रोफेसर के एक्स हैंडल की टैगिंग देखे तो सिवाय अजय राय के अन्य किसी सवर्ण नेता को टैग नही किया गया है। जबकि अखिलेश यादव भी इस टैगिंग में नही है। ऐसे में कांग्रेस लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के सहारे ही चुनावी गुणा गणित में दलित सहयोग की उम्मीद कर रही है।

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सोनम रघुवंशी संघी विचार की उपज

गौरतलब है कि प्रोफेसर रविकांत ने मुस्कान और सोनमजैसी लड़कियों को संघ की विचार धारा की उपज बताया था। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि मुस्कान और सोनम रघुवंशी जैसी महिलाएं संघी विचार की उपज हैं। फूले दंपत्ति, डॉ अंबेडकर और नेहरू ने स्त्रियों के हाथ में कलम और किताब दी। आधुनिक मूल्य दिए। सम्मान और स्वाभिमान की चेतना दी। लेकिन आरएसएस ने बेटियों को त्रिशूल और तलवार बांटे। हिंसा और नफरत सिखाई। इसका प्रभाव दिखने लगा।