Rajasthan News: राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल हादसे के बाद अब बांसवाड़ा जिले में भी एक सरकारी स्कूल की जर्जर स्थिति सामने आई है। जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर मोना डूंगर के सरकारी स्कूल की छत का अगला हिस्सा (छज्जा) रविवार को ढह गया। गनीमत यह रही कि रविवार होने के कारण स्कूल बंद था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस घटना ने पूरे जिले में सरकारी स्कूलों की जर्जर इमारतों की स्थिति को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

घटना की जानकारी और पुलिस का जायजाघटना की सूचना मिलते ही सल्लोपाट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने तुरंत उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि स्कूल भवन की हालत लंबे समय से खराब थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया। ग्रामीणों ने मांग की है कि स्कूल भवन की जल्द से जल्द मरम्मत की जाए ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और उनकी पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए।

200 से अधिक स्कूल जर्जरबांसवाड़ा जिले में 200 से अधिक सरकारी स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं, जिससे भविष्य में बड़े हादसों की आशंका बनी हुई है। मोना डूंगर की इस घटना ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और अभिभावकों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि अगर छुट्टी न होती तो यह हादसा बच्चों के लिए घातक साबित हो सकता था।

प्रशासन से मरम्मत की मांगस्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। झालावाड़ हादसे के बाद प्रदेशभर में स्कूल भवनों की स्थिति पर चर्चा तेज हो गई है, और बांसवाड़ा की इस घटना ने शिक्षा विभाग और प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर किया है।

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