भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है. हाल ही में, सेना ने ‘ऑपरेशन अखल’ के तहत दो आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि तीसरे के मारे जाने की भी सूचना मिली है. पिछले 100 दिनों में, पहलगाम के बाद से, सेना ने घाटी में लगभग 12 सबसे वांटेड आतंकियों को निशाना बनाया है. 28 जुलाई को चलाए गए ‘ऑपरेशन महादेव’ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी, जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड मूसा भी शामिल था, को ढेर कर दिया गया.

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया है. एक अधिकारी के अनुसार, इलाके में आतंकवादी गतिविधियों की गुप्त सूचना मिलने के बाद शनिवार को सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की गई. इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई.

जंगल में कितने आतंकवादी छिपे हैं, इसकी जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है. ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. सूत्रों के अनुसार, ये छिपे हुए आतंकवादी पीपुल्स एंटी-फासीस्ट फ्रंट (PAFF) संगठन से संबंधित हैं.

आज कुलगाम में हुए ऑपरेशन को जम्मू-कश्मीर में इस सप्ताह की तीसरी मुठभेड़ के रूप में देखा जा रहा है. इससे पहले, 28 जुलाई को सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत लिडवास के जंगलों में पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया था. इसके बाद, 31 जुलाई को पुंछ में नियंत्रण रेखा के निकट दो और आतंकियों को घुसपैठ के दौरान neutralize किया गया.

दो से तीन आतंकवादी के होने की आशंका

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, क्षेत्र में दो से तीन आतंकवादियों की उपस्थिति की संभावना है, जिनके विदेशी नागरिक होने का संदेह है. सुरक्षा बलों की एक टीम इन आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस समय यह स्पष्ट नहीं है कि कितने आतंकवादी मारे गए हैं या गिरफ्तार किए गए हैं. ऑपरेशन अभी भी जारी है.

हथियारों के साथ तीन आतंकी मददगार गिरफ्तार

कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से हथियार बरामद हुए हैं. पुलिस, सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की 96 बटालियन की एक संयुक्त टीम ने मुख्य सड़क क्राड उत्तेरसू पर नियमित जांच के दौरान एक ऑल्टो कार को रोका. तलाशी के दौरान तीन संदिग्धों को पकड़ा गया, जिनमें से एक पिस्तौल, ग्रेनेड और एके 47 के 41 राउंड मिले. गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान इश्फाक अहमद भट, इशान अकरम और वसीम रहमान शेख के रूप में हुई है.