भारतीय जनता पार्टी (BJP)की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर(Pragya Thakur) ने मालेगांव धमाके में एनआईए की अदालत से मिली क्लीनचिट को सनातनियों की विजय बताया है, साथ ही उन्होंने ‘विधर्मियों का मुंह काला’ होने की बात भी कही. इसके साथ ही, उन्होंने ‘हिंदूराष्ट्र’ की अवधारणा को भी स्पष्ट किया. अदालत ने साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित सहित सभी सात आरोपियों को 17 साल बाद बरी कर दिया है.

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साध्वी प्रज्ञा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्दों को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला किया. उन्होंने इस संदर्भ में अन्य धर्मों के लोगों को भी शामिल किया. साध्वी ने शुक्रवार रात एक्स पर लिखा कि कांग्रेस और अन्य विधर्मियों का चेहरा इस आरोप के कारण काला हो गया है. उन्होंने भगवा, हिंदुत्व और सनातन की विजय पर सभी सनातनियों और देशभक्तों को बधाई दी. साथ ही, उन्होंने अपनी पोस्ट में जय हिंदूराष्ट्र और जय श्री राम का नारा भी लगाया.

भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हाल ही में एक्स पर एक भगवा झंडे की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘भगवा चिर विजयी ध्वज….’ इस झंडे के नीचे ‘राष्ट्र जयघोष’ लिखा हुआ है. साध्वी प्रज्ञा, जो बचपन से हिंदुत्व की विचारधारा के प्रति समर्पित रही हैं, को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए एक बम धमाके के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उन पर आरोप था कि जिस बाइक पर विस्फोटक रखा गया था, वह उनके नाम पर रजिस्टर्ड थी. हालांकि, अदालत ने यह स्पष्ट किया कि उपलब्ध सबूतों से यह आरोप साबित नहीं हो पाया.

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29 सितंबर 2008 को मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर मालेगांव में एक मस्जिद के निकट एक मोटरसाइकिल में रखे गए विस्फोटक के धमाके में 6 लोगों की जान चली गई और 101 अन्य घायल हुए. इस मामले में ठाकुर, पुरोहित, सेवानिवृत्त मेजर रमेश उपाध्याय, अजय राहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी जैसे हिंदू आरोपियों को नामजद किया गया. इन गिरफ्तारियों के बाद, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने ‘हिंदू आतंकवाद’ और ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. अब अदालत के निर्णय के बाद भाजपा कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांग रही है.