Benefits of Walking Barefoot: नंगे पांव चलना वास्तव में एक नेचुरल थेरेपी की तरह काम करता है. आज के समय में जब हम अधिकतर समय जूतों, चप्पलों या कृत्रिम सतहों पर बिताते हैं, तो ज़मीन से सीधा संपर्क लगभग टूट जाता है. लेकिन “ग्राउंडिंग” या “अर्थिंग” जैसा जो कॉन्सेप्ट है, उसके पीछे यही विचार है कि धरती से जुड़ाव शरीर को ऊर्जा, संतुलन और मानसिक शांति प्रदान करता है. यहाँ कुछ साइंटिफिक और हेल्थ बेनिफिट्स दिए गए हैं, जो नंगे पांव चलने से जुड़े हैं.
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Benefits of Walking Barefoot
पैरों की ताकत और संतुलन बढ़ता है: नंगे पांव चलने से पैरों की मसल्स और नसें एक्टिव होती हैं. इससे पैरों की पकड़ (grip), फ्लेक्सिबिलिटी और बैलेंस बेहतर होता है.
प्राकृतिक एक्यूप्रेशर का काम करता है: जमीन पर चलने से पैरों के नीचे मौजूद प्रेशर पॉइंट्स पर नेचुरल दबाव पड़ता है. ये पॉइंट्स शरीर के अलग-अलग अंगों से जुड़े होते हैं और इस दबाव से रक्तसंचार (blood circulation) बेहतर होता है.
माइंडफुलनेस और तनाव में कमी: नंगे पांव घास पर चलना या मिट्टी पर चलना एक मेडिटेटिव अनुभव होता है. यह मानसिक रूप से सुकून देता है, तनाव और एंग्जायटी को कम करता है. यही कारण है कि ध्यान (Meditation) और योग में भी इसे अपनाया जाता है.
पॉश्चर सुधारने में मदद: जब आप नंगे पांव चलते हैं, तो शरीर को सही संतुलन बनाए रखने के लिए नेचुरल तरीके से खड़ा और चलना पड़ता है. इससे शरीर का पोश्चर सुधरता है और पीठ या घुटनों में दर्द की समस्याएं कम हो सकती हैं.
नींद में सुधार: कुछ शोधों में यह पाया गया है कि नंगे पांव धरती पर चलने से कोर्टिसोल (stress hormone) का लेवल कम होता है, जिससे नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है.
ध्यान देने योग्य बातें (Benefits of Walking Barefoot)
1- शुरुआत में कंकड़-पत्थर वाली जगहों पर चलना थोड़ा असहज लग सकता है, लेकिन धीरे-धीरे आदत बन जाती है.
2- अगर आपको डायबिटीज है या पैरों में संवेदनशीलता कम है, तो सावधानी रखें.
3- साफ और सुरक्षित जगह पर चलना ज़रूरी है, ताकि चोट या संक्रमण से बचा जा सके.
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