CG News : अमित पांडेय, खैरागढ़. चारों ओर झमाझम बारिश हो रही है, नदी-नाले और तालाब लबालब हैं, लेकिन जिला मुख्यालय खैरागढ़ के घरों में पानी की एक बूंद तक नहीं पहुंच रही. हालात इतने खराब हैं कि मंगलवार को वार्ड नंबर 19 नया टिकरापारा के रहवासी नगर पालिका कार्यालय का घेराव करने पहुंचे. गुस्साए लोगों ने सीएमओ दफ्तर के सामने मटका फोड़कर विरोध जताया. नगर पालिका और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.

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वार्डवासियों ने कहा कि लगातार शिकायतों के बावजूद समस्या जस की तस है. जुलाई में भी आवेदन दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. महिलाएं और बच्चे रोजाना पीने के पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. प्रदर्शनकारियों ने साफ चेतावनी दी कि अगर जल्द पानी की टंकी का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र होगा. वार्ड के निवासियों ने बताया कि मोहल्ले में पानी की कमी के साथ ही खराब विद्युत खंभे और नालियों की गंदगी भी बड़ी समस्या है. मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन का कहना है कि जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित है और जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे बैठे हैं.

37 करोड़ की योजना अधूरी

जानकारी के मुताबिक, इस पूरे संकट की जड़ दस साल पुरानी वह महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके लिए 37 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे. योजना के तहत छिंदारी डेम यानी रानी रश्मिदेवी जलाशय से पाइपलाइन के जरिये पूरे शहर तक पानी पहुंचना था. मंजूरी और बजट के बाद काम शुरू हुआ. करीब दो साल पहले नगर पालिका ने गलियों और मुख्य सड़कों की खुदाई कर पाइपलाइन बिछाना शुरू किया. इस दौरान लोगों ने धूल, गड्ढों और हादसों की तकलीफ भी सही, लेकिन उम्मीद थी कि अब साफ पानी मिलेगा. हालांकि, अब तक उन पाइपों से पानी की एक बूंद भी नहीं आई. योजना के अनुसार पहले डेम से मुख्य पाइपलाइन बिछाई जानी थी, उसके बाद शहर के भीतर छोटी लाइनें जुड़नी थीं. मगर अफसरों ने सीधे शहर में पाइप डाल दिए, बिना यह सुनिश्चित किए कि डेम से पानी आ भी पाएगा या नहीं.

अब नगर पालिका का कहना है कि पानी छिंदारी डेम से नहीं, बल्कि लालपुर स्टाफ डेम से लाया जाएगा. इसके लिए अतिरिक्त 2 करोड़ 46 लाख रुपये और मंजूर भी हो गए हैं. खैरागढ़ के लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर 37 करोड़ की योजना अधूरी क्यों रह गई, गलियों में बिछाई गई पाइपें अब तक सूखी क्यों हैं और जिला मुख्यालय की जनता को पानी जैसी बुनियादी सुविधा परेशान नहीं होना पड़ेगा. प्रदर्शन ने साफ कर दिया है कि अगर समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो खैरागढ़ की सड़कों पर यह आंदोलन और तेज होगा.