चंडीगढ़. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में आज शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका पर अहम सुनवाई होगी। आय से अधिक संपत्ति मामले में 25 जून को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किए गए मजीठिया इस समय नाभा जेल में बंद हैं। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, इसलिए अब बहस की जरूरत नहीं। आज कोर्ट कोई अंतिम फैसला सुना सकता है।

40 हजार पन्नों की चार्जशीट, 700 करोड़ की बेनामी संपत्ति का खुलासा

विजिलेंस ब्यूरो ने 23 अगस्त को स्पेशल कोर्ट में मजीठिया के खिलाफ 40 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें 700 करोड़ रुपये से अधिक की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया गया है। जांच में 200 गवाहों के बयान और 400 से अधिक बैंक खातों के पिछले 10 साल के रिकॉर्ड शामिल हैं।

विजिलेंस ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 15 ठिकानों पर छापेमारी के बाद यह चार्जशीट तैयार की। इसमें कई अकाली दल और भाजपा नेताओं के बयान भी दर्ज हैं। सरकारी वकील का कहना है कि चार्जशीट समय पर दाखिल की गई है।

पहले 540 करोड़, अब 700 करोड़ का दावा

मजीठिया के वकील एडवोकेट फेरी सोफत से जब मीडिया ने पूछा कि पहले 540 करोड़ की संपत्ति बताई जा रही थी, अब 700 करोड़ कैसे हो गई, तो उन्होंने कहा कि विजिलेंस टीम पिछले दो महीनों से गहन जांच कर रही है।

जेल में मिले हर्षिमरत बादल और डेरा ब्यास के पूर्व प्रमुख

गिरफ्तारी के बाद मजीठिया से जेल में मिलने शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल और डेरा ब्यास के पूर्व प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों भी पहुंचे थे।