सतीश दुबे, डबरा। मध्य प्रदेश में तालिबानी सजा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें दबंग हैवानियत की हदें पार कर 2 लोगों को जमीन पर लिटाकर अर्धनग्न कर बेल्ट से पीटते नजर आ रहा है। मामला डबरा का है और रेत कारोबार से जुड़ा हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने बताया कि मामला 1 साल पुराना है। तालिबानी सजा वाले वीडियो पर 5 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 

जान की भीख मांगते रहे

दरअसल, पूरा मामला गिजौर्रा थाना क्षेत्र के बारकरी जिगनिया गांव का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि फरियादी अपनी जान की भीख मांग रहे हैं और गलती भी मान रहे हैं। उसके बाद भी बेरहमी से उनसे मारपीट की गई। 

1 साल पुराना है वीडियो

ASP जयराज कुबेर ने बताया कि ‘सतीश यादव, गगन यादव, अवधेश यादव, फेरन यादव और सुरजीत ने रेत खदान को लेकर हुए विवाद में यह मारपीट की थी। वायरल वीडियो करीब एक साल पुराना है। मामले में पुलिस ने पीड़ित राजेंद्र ओर नरेश की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।’

मुख्य आरोपी के खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज

बता दें कि सतीश यादव इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी है, जिस पर कई आपराधिक मामले दर्ज है। नवंबर माह का मारपीट का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ तो पुलिस ने फरियादी पक्ष की तलाश शुरू की। फरियादी राजेंद्र ओर नरेश दोनों दतिया के अतरेटा थाना क्षेत्र के मर्सेनी गांव के निवासी हैं, जिन्हें पुलिस ने फरियादी बनाया और FIR दर्ज की। 

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

दोनों फरियादी चचेरे भाई हैं और रेत खदान पर पप्पू गुर्जर नामक व्यक्ति के साथ काम करते थे। बस इसी बात पर सतीश यादव और उसके गुर्गों ने दोनों को जमीन पर लिटाया और अर्धनग कर बेल्टों से मारपीट की। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है।

जीतू पटवारी ने उठाए सवाल तो BJP ने किया पलटवार

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हुए घेरने की कोशिश की। वहीं भाजपा ने भी पलटवार कर इसका जवाब दिया। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘जीतू पटवारी जी, आप भी राहुल गांधी स्कूल ऑफ़ पॉलिटिक्स के अव्वल विद्यार्थी साबित हो रहे हैं। जहाँ सिलेबस में “झूठ फैलाना, अफवाह गढ़ना और प्रदेश की छवि बिगाड़ना” पहली पाठशाला है।’

उन्होंने लिखा कि जिस वीडियो का आप ज़िक्र कर रहे हैं, वह एक वर्ष पुराना है। इस पर पीड़ित पक्ष की ओर से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ था। फिर भी, मामला सामने आते ही पुलिस प्रशासन ने स्वतः संज्ञान लेकर तत्काल जांच शुरू की है और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मध्यप्रदेश में भाजपा की डॉ. मोहन यादव जी की सरकार है जहां अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत अपराधी नहीं, कानून और सच्चाई बोलती है। इसके विपरीत, कांग्रेस का इतिहास भ्रम, भ्रष्टाचार और बदनाम करने की राजनीति से भरा हुआ है।

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