दीपक कौरव, नरसिंहपुर। आधुनिक युग में जहां भौतिक सुख- सुविधाएं जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी हैं, वहीं नरसिंहपुर का एक परिवार सबकुछ छोड़कर आत्मसाधना की राह पर निकल पड़ा है। अनामिका कांकरिया, उनके पति दिनेश कांकरिया, डॉक्टर बेटी हर्षिता और चार्टर्ड अकाउंटेंट में अध्ययनरत बेटे विधान चारों सदस्यों ने आज 9 नवंबर को आचार्य जिन पीयूष सागर, मुनिसुब्रत स्वामी, मुनि विनम्र सागर के सान्निध्य में जैन दीक्षा ग्रहण की।
दीक्षार्थी परिवार का सम्मान
सकल जैन श्वेताम्बर संघ के तत्वावधान में आनंद नगर कालोनी नरसिंहपुर में 9 नवंबर को इस दीक्षार्थी परिवार के सम्मान में भव्य दीक्षार्थी अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान जैन समाज के सामाजिक बंधुओं ने दीक्षार्थी परिवार का सम्मान समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया। वहीं दीक्षार्थी परिवार ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर जैन समाज के महिला पुरुष बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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अब आत्मसाधना और अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर
बता दें कि नरसिंहपुर शहर के प्रतिष्ठित ओसवाल (बच्छावत) परिवार की बेटी अनामिका ओसवाल, जो विवाह के बाद महाराष्ट्र के धूलिया में निवासरत थीं, अब अपने पूरे परिवार के साथ सांसारिक मोह-माया का त्याग कर रही हैं। परिवार के पास लगभग 5 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति है, जिसे त्यागकर वे अब आत्मसाधना और अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर हुए। गौरतलब है कि अनामिका की एक अन्य बेटी वर्ष 2022 में दीक्षा लेकर अब साध्वी शाश्वत निधि के रूप में तप और साधना में लीन हैं। इस बार पूरे परिवार का संन्यास लेना समाज में चर्चा और प्रेरणा का विषय बन गया है।
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