पटना। बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र 1 से 5 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है सत्र के पहले दिन 236 नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ लिया और पहले दिन सात विधायक सदन में नहीं पहुंचे। सत्र के दूसरा दिन सात में से पांच विधायकों ने शपथ लिया जबकि अभी भी दो विधायकों ने शपथ नहीं लिया, जिनमें से एक विधायक अनंत सिंह जेल में रहने के कारण शपथ नहीं ले पाए हैं विधायक अमरेंद्र भी शपथ नहीं लिए है। सत्र के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार को निर्विरोध चुना गया। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है और सुबह 11:30 बजे विधान मंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक सेंट्रल हॉल में होगी। जहां राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान इस नई सरकार के एजेंडे और विकास योजनाओं का खाका पेश करेंगे। सत्र शुरू होने से पहले ही सत्ता गलियारों में हलचल तेज है, क्योंकि उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 का द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश कर सकती है।

उपाध्यक्ष पद पर लगभग पक्की जदयू की एंट्री

मंगलवार को जदयू नेता नरेंद्र नारायण यादव ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। 4 दिसंबर को नए उपाध्यक्ष की आधिकारिक घोषणा होनी है, लेकिन यह लगभग तय माना जा रहा है कि यादव ही इस पद पर लौटेंगे। दिलचस्प बात यह है कि 2024 में महागठबंधन से अलग होकर NDA में लौटने के बाद भी स्पीकर की कुर्सी बीजेपी और उपाध्यक्ष का पद जदयू के पास ही रहा था तब भी यादव ही उपाध्यक्ष चुने गए थे।

ये दो विधायक नहीं ले पाए शपथ

सदन में नए विधायकों की शपथ प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। 243 में से 241 विधायकों ने शपथ ले ली है। मोकामा के विधायक अनंत सिंह और गोपालगंज के कुचायकोट से विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय अभी शपथ नहीं ले सके हैं। इस बीच भाजपा विधायक डॉ. प्रेम कुमार निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुन लिए गए, जिससे सदन के संचालन की दिशा स्पष्ट हो गई है।

प्रशासनिक तस्वीर को साफ करेगा

आज का दिन सरकार के अगले एक साल के एजेंडे के लिहाज से अहम माना जा रहा है। सभी की निगाहें राज्यपाल के अभिभाषण पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों की राजनीतिक और प्रशासनिक तस्वीर को साफ करेगा।