वीरेंद्र कुमार, नालंदा। संसद शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन नालंदा सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने लोकसभा के शून्यकाल में बिहार के किसानों और धान खरीद करने वाली निबंधित समितियों की आर्थिक स्थिति सुधारने की मांग उठाई।

उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के नियमों के तहत बिहार में समितियों को वर्ष 2011-12 से अब तक केवल 2.5% कमीशन ही मिल रहा है, जबकि एमएसपी में हर साल बढ़ोतरी होती है। पुराने दर पर भुगतान से समितियों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।

सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने मांग की कि वर्तमान एमएसपी पर 2.5% कमीशन दिया जाए। साथ ही परिवहन, मजदूरी, भंडारण और रखरखाव मद में कम से कम 10% वृद्धि की जाए। उन्होंने अरवा चावल पर 10 रुपए और उसना चावल पर 29.45 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित पुराने कुटाई दर को भी महंगाई के अनुरूप बढ़ाने की जरूरत बताई। धान सुखावन मद में 2.5% नुकसान राशि देने की भी मांग की गई।

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