Finfluencer Avadhut Sathe: सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने फिनफ्लुएंसर और मार्केट ट्रेनर अवधूत साठे और उनकी कंपनी ASTAPL के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सिक्योरिटीज मार्केट से बैन कर दिया है. SEBI का आरोप है कि दोनों बिना रजिस्ट्रेशन के इन्वेस्टमेंट एडवाइस दे रहे थे, जिसके चलते उन्हें कथित तौर पर ₹546.16 करोड़ का अवैध मुनाफा लौटाने का आदेश दिया गया है.

अवधूत साठे कौन हैं?
अवधूत साठे मुंबई के दादर में एक चॉल में पले-बढ़े, इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, और फिर सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में IT सेक्टर में काम किया. उनका दावा है कि वह 1991 से ट्रेडिंग कर रहे हैं.
2007 में भारत लौटने के बाद, उन्होंने ट्रेडिंग और एजुकेशन पर ध्यान दिया और 2008 में अवधूत साठे ट्रेनिंग एकेडमी (ASTA) शुरू की, जो बाद में 17 सेंटर्स तक फैल गई. उनकी ट्रेनिंग में टेक्निकल एनालिसिस, साइकोलॉजी, योग और मोटिवेशनल सेशन शामिल थे.
लगभग 1 मिलियन सब्सक्राइबर वाला उनका YouTube चैनल उनकी लोकप्रियता का एक बड़ा सोर्स बन गया. उनके तीन महीने के रेजिडेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस ₹21,000 से ₹1.7 लाख के बीच थी. 2023 में, ट्रेडिंग करते समय उनके डांस का एक वीडियो वायरल हुआ, जिससे सोशल मीडिया पर उनकी प्रसिद्धि और बढ़ गई.
SEBI ने कार्रवाई क्यों की?
SEBI ने कहा कि साठे और उनकी कंपनी ASTAPL ने 3.37 लाख लोगों से ₹601.37 करोड़ जमा किए. वे असल में SEBI के साथ रजिस्टर्ड न होने के बावजूद एजुकेशन की आड़ में स्टॉक रिकमेंडेशन दे रहे थे. उनकी ट्रेनिंग सिर्फ सिखाने के लिए नहीं थी, बल्कि लोगों को खास स्टॉक्स में ट्रेड करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी थी. ऑपरेशन के पैमाने और इन्वेस्टर्स पर इसके असर को देखते हुए, SEBI ने तुरंत कार्रवाई की.
बढ़ती आलोचना और तेजी से बिजनेस का विस्तार
कार्रवाई से पहले भी, साठे को कई मार्केट एक्सपर्ट्स और फिनफ्लुएंसर से आलोचना का सामना करना पड़ रहा था. उन पर प्राइवेट ग्रुप्स में स्टॉक टिप्स शेयर करने और पेनी स्टॉक्स पर सलाह देने का आरोप था, जिससे नए इन्वेस्टर्स प्रभावित हो रहे थे.
यह ध्यान देने वाली बात है कि उनकी ट्रेनिंग एकेडमी का रेवेन्यू 2021 में लगभग ₹17 करोड़ था, जो 2023 में बढ़कर ₹86 करोड़ हो गया. यह भी अनुमान है कि यह इनकम 2025 तक ₹200 करोड़ तक पहुँच सकती है, जो उनके तेज़ी से बढ़ते प्रभाव और बिज़नेस को दिखाता है.
अंतरिम आदेश, जवाब देने का मौका
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह आदेश अंतरिम है, इसलिए अवधूत साठे और उनकी कंपनी ASTAPL को SEBI के सामने अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा. हालांकि, अंतिम आदेश जारी होने तक सभी पाबंदियां लागू रहेंगी.
इनमें मार्केट एक्टिविटीज़ से दूर रहना, लाइव मार्केट डेटा का इस्तेमाल बंद करना, ट्रेडिंग परफॉर्मेंस का प्रमोशन बंद करना और किसी भी तरह की एडवाइज़री या रिसर्च सर्विस देना बंद करना शामिल है. कथित तौर पर कमाए गए ₹546.16 करोड़ की अवैध कमाई वापस करने का निर्देश भी अभी लागू रहेगा.
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