पटना। राजधानी के दीघा चेकपोस्ट के पास NMCH के चिकित्सक डॉ.बीएन चतुर्वेदी और उनके ड्राइवर राजकुमार के साथ हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ चुका है। घटना रविवार शाम की है, जिसमें ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों से कथित रूप से बदसलूकी की। इस प्रकरण के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कड़ा रुख अपनाया है।
डीजीपी विनय कुमार से मुलाकात
मंगलवार देर शाम IMA बिहार चैप्टर का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पुलिस मुख्यालय पहुंचा और डीजीपी विनय कुमार से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में IMA के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद सिंह, एक्शन कमेटी सदस्य डॉ. अजय कुमार और पीड़ित चिकित्सक डॉ. चतुर्वेदी सहित अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।
डीजीपी को दी जानकारी
IMA प्रतिनिधियों ने डीजीपी को बताया कि पुलिसकर्मियों द्वारा की गई यह हरकत न केवल चिकित्सकों के सम्मान और सुरक्षा के विरुद्ध है, बल्कि इससे पूरे चिकित्सा समुदाय में भय और आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने इस मामले में दर्ज कथित झूठी FIR को रद्द करने और जांच अधिकारी को बदलने की भी मांग रखी।
घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही
डॉ. सहजानंद सिंह ने कहा कि चिकित्सकों पर मारपीट और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में पुलिस-प्रशासन की शिथिलता डॉक्टरों का मनोबल तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है।
सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया
मुलाकात के बाद डीजीपी विनय कुमार ने प्रतिनिधिमंडल को न्यायोचित और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। जानकारी के मुताबिक, डीजीपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोषी पुलिसकर्मी उपेंद्र शाह को तुरंत बर्खास्त कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी आगे बढ़ाई जाएगी।



